बैंक फ्रॉड से जुड़े मामले में झारखंड समेत तीन राज्यों में CBI का छापा, जानें पूरा मामला

झारखंड के अलावा कंपनी के अन्य निदेशकों के महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के ठिकानों पर भी छापेमारी हुई. इस दौरान बैंक जालसाजी से जुड़े दस्तावेज जब्त किये गये हैं

By Prabhat Khabar News Desk | December 24, 2022 8:31 AM

सीबीआइ दिल्ली ने 4037.87 करोड़ रुपये की बैंक जालसाजी से जुड़े मामले में शुक्रवार को झारखंड, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में छापा मारा. छापामारी के दायरे में सीबीआइ ने कंपनी के 12 निदेशकों को शामिल किया. हालांकि, तीन निदेशक रांची के अपने पते पर नहीं मिले. सीबीआइ ने रांची में अशोक नगर स्थित कंपनी के निदेशक प्रेम प्रकाश शर्मा के ठिकाने पर छापा मारा. इसके अलावा कंपनी के लातेहार स्थित परिसर में भी छापेमारी की गयी.

झारखंड के अलावा कंपनी के अन्य निदेशकों के महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के ठिकानों पर भी छापेमारी हुई. इस दौरान बैंक जालसाजी से जुड़े दस्तावेज जब्त किये गये हैं. बैंक जालसाजी के इस मामले में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के मुख्यालय ने सीबीआइ से शिकायत की थी. इसमें कहा गया था कि 20 बैंकों के समूह ने कॉरपोरेट पावर के लिए कुल 11379.31 करोड़ रुपये का कर्ज दिया था. हालांकि, कंपनी द्वारा कर्ज की रकम को डायवर्ट कर दूसरे काम में इस्तेमाल किया गया.

वहीं, परियोजना का काम सही वक्त पर नहीं होने की वजह से कंपनी ने बैंक का कर्ज चुकाना बंद कर दिया. फिलहाल, कंपनी पर बैंकों का कुल 4037.87 करोड़ रुपये का बकाया है. यह राशि एनपीए हो चुकी है. बैंक ऑफ इंडिया द्वारा की गयी शिकायत के आधार पर सीबीआइ दिल्ली ने 20 दिसंबर 2022 को इस बैंक जालसाजी के मामले में एक प्राथमिकी दर्ज की. इसमें कंपनी के 12 निदेशकों को अभियुक्त बनाया. प्राथमिकी दर्ज करने के बाद सीबीआइ दिल्ली की टीम ने 23 दिसंबर को छापा मारा.

अभियुक्तों का ब्योरा

राजीव कुमार, कांके रोड, रांची

प्रेम प्रकाश शर्मा, अशोक नगर, रांची

अरुण गुप्ता, ब्लेयर अपार्टमेंट, रांची

राजीव गोयल, कांके रोड

मेसर्स कॉरपोरेट पावर लिमिटेड, चंदवा, लातेहार

मनोज जायसवाल, नागपुर

अभिषेक जायसवाल, नागपुर

अभिजीत जायसवाल, नागपुर

विशाल जायसवाल, कोलकाता

एमके जायसवाल, नागपुर

पीएम कृष्णन, मुंबई

अरुण कुमार श्रीवास्तव, नागपुर

एसएन गायकवाड़, गाजियाबाद

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