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UGC का झारखंड के सभी विवि को निर्देश, CBSE 12वीं के रिजल्ट तक करना होगा इंतजार, इस बार ऐसे होगा दाखिला

यूजीसी ने सभी विश्वविद्यालय और कॉलेजों सहित उच्च शिक्षण संस्थानों को स्नातक कोर्स में नामांकन लेने की प्रक्रिया से पूर्व सीबीएसइ 12वीं का रिजल्ट निकलने का इंतजार करने के लिए कहा है

By Sameer Oraon | July 14, 2022 9:44 AM

रांची: यूजीसी ने झारखंड के सभी विवि और कॉलेजों को स्नातक में दाखिला लेने से पहले सीबीएसई 12वीं के रिजल्ट का इंतजार करने को कहा है. वहीं इस बार झारखंड के सभी विवि में नयी शिक्षा नीति के तहत नामांकन प्रक्रिया पूरी होगी. यूजीसी के सचिव प्रो रजनीश जैन ने विश्वविद्यालयों के कुलपतियों सहित सभी कॉलेजों व संस्थानों के प्राचार्यों और निदेशकों को पत्र भेजा है.

उन्होंने कहा है कि सीबीएसइ बोर्ड द्वारा इस बार कोविड को देखते हुए टर्म वन व टर्म टू की अलग-अलग परीक्षा ली गयी. टर्म वन के रिजल्ट के बारे में स्कूलों को पहले ही सूचित किया गया है, जबकि टर्म टू का मूल्यांकन बोर्ड स्तर से चल रहा है अौर परिणाम तैयार करने की प्रक्रिया शुरू की गयी है. फाइनल रिजल्ट दोनों टर्मों के प्रदर्शन के आधार पर वेटेज को मिलाकर घोषित होगा. रिजल्ट जारी करने की पूरी प्रक्रिया में लगभग एक माह लग जायेंगे.

इस बार चांसलर पोर्टल से नामांकन प्रक्रिया पूरी करना चुनौती : झारखंड के सभी विवि में इस बार नयी शिक्षा नीति के तहत नामांकन प्रक्रिया पूरी की जायेगी. राज्य सरकार ने सत्र 2022-23 से नयी शिक्षा नीति के अनुसार पठन-पाठन शुरू करने की सहमति दी है. इस स्थिति में राज्य के विवि में चांसलर पोर्टल से नामांकन प्रक्रिया पूरी करने में तकनीकी चुनौती का सामना करना पड़ेगा.

राज्य सरकार के स्तर पर नयी शिक्षा नीति के तहत पठन-पाठन व नामांकन प्रक्रिया शुरू करने के लिए कमेटी ने अभी अपनी रिपोर्ट उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग को नहीं सौंपी है. उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके खंडेलवाल कमेटी के अध्यक्ष हैं अौर फिलहाल वे छुट्टी पर हैं.

वैसे कमेटी ने रिपोर्ट तैयार कर ली है. नयी शिक्षा नीति के तहत पोर्टल में कुल 30 विषयों सहित कई नये विषयों को शामिल किया जायेगा. इसमें एक संकाय के विद्यार्थी को दूसरे संकाय के विषय को भी रखने की छूट रहेगी. नामांकन से पूर्व विषयवार मैपिंग करनी होगी. इसके तहत कॉलेज की आधारभूत संरचना और शिक्षकों की उपलब्धता को ध्यान में रखना होगा.

पोर्टल खोलने व बंद करने सहित मॉनिटरिंग की पूरी जिम्मेवारी उच्च शिक्षा विभाग व एनआइसी के जिम्मे है. इस स्थिति में नयी शिक्षा नीति के तहत नामांकन प्रक्रिया शुरू करने में विलंब होने की पूरी संभावना है. इस बीच विवि प्रशासन ने वोकेशनल कोर्स में नामांकन चांसलर पोर्टल से नहीं लेने का निर्णय लिया है. सभी विवि व कॉलेजों में वोकेशनल कोर्स के तहत नामांकन प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया गया है.

Posted By: Sameer Oraon

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