लक्ष्य का 30% भी कोयला उत्पादन नहीं कर पा रहा CCL

बारिश के कारण चार अक्तूबर को सीसीएल ने महज 61 हजार टन उत्पादन व 98.29 हजार टन कोयला डिस्पैच किया है. सीसीएल के आंकड़ों के मुताबिक कंपनी के 14 एरिया में तीन एरिया (कथारा, कुजू व अरगडा) को छोड़ दें

By Prabhat Khabar News Desk | October 6, 2023 12:53 PM

मनोहर कुमार, रांची/धनबाद :

लगातार हो रही बारिश का असर कोल इंडिया की अनुषंगी कंपनी सीसीएल के उत्पादन पर पड़ा है. आलम है कि चालू वित्तीय वर्ष के अक्तूबर माह में कंपनी अपने लक्ष्य का 30 फीसदी भी कोयला उत्पादन नहीं कर पा रही है. इस कारण वर्तमान में कंपनी का उत्पादन ग्रोथ 61.82 प्रतिशत व डिस्पैच का ग्रोथ 12.24 प्रतिशत निगेटिव में चल रहा है. सीसीएल के आंड़कों पर गौर करें, तो सितंबर माह में एक से चार अक्तूबर तक कंपनी का 7.8 लाख टन उत्पादन व 8.7 लाख टन कोयला डिस्पैच का लक्ष्य है. जिसके मुकाबले कंपनी महज 2.10 लाख टन उत्पादन व 4.3 लाख टन कोयला डिस्पैच कर सकी है. यानी सीसीएल अपने लक्ष्य का 27.63 प्रतिशत उत्पादन व 49.42 प्रतिशत कोयला डिस्पैच कर सकी है.


चार अक्तूबर को हुआ 61 हजार टन उत्पादन :

बारिश के कारण चार अक्तूबर को सीसीएल ने महज 61 हजार टन उत्पादन व 98.29 हजार टन कोयला डिस्पैच किया है. सीसीएल के आंकड़ों के मुताबिक कंपनी के 14 एरिया में तीन एरिया (कथारा, कुजू व अरगडा) को छोड़ दें, तो अन्य सभी एरिया का उत्पादन ग्रोथ निगेटिव में चल रहा है. सबसे खराब प्रदर्शन महत्वपूर्ण एरिया आम्रपाली-चंद्रगुप्त, मगध-संघमित्रा, बोकारो-करगली, एनके, राजहरा व ढोरी एरिया का रहा है. उक्त एरिया का उत्पादन ग्रोथ क्रमश: 91 प्रतिशत, 85 प्रतिशत, 88 प्रतिशत, 81 प्रतिशत, 74 प्रतिशत व 61 प्रतिशत निगेटिव में चल रहा है. जबकि कथारा, कुजू व अरगडा का उत्पादन ग्रोथ क्रमश: 79 प्रतिशत, 42 प्रतिशत व 24% पॉजिटिव में चल रहा है.

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कथारा एरिया का डिस्पैच ग्रोथ 246 प्रतिशत पॉजिटिव :

कोयला डिस्पैच की बात करें, तो सीसीएल के 14 एरिया में चार एरिया का पॉजिटिव ग्रोथ है. जबकि अन्य सभी एरिया का डिस्पैच ग्रोथ निगेटिव में चल रहा है. जिसमें सर्वाधिक पॉजिटिव ग्रोथ 246 प्रतिशत कथारा एरिया का है. इसके अलावा मगध-संघमित्रा का दो प्रतिशत, हजारीबाग का 34 प्रतिशत व बोकारो एंड करगली का आठ प्रतिशत डिस्पैच ग्रोथ पॉजिटिव में है. वहीं कुजू का डिस्पैच ग्रोथ 80 प्रतिशत, रजरप्पा का 64 प्रतिशत, राजहरा का 61 , एनके का 56 प्रतिशत, अरगडा का 51 प्रतिशत, पिपरवार का 47 व आम्रपाली-चंद्रगुप्त का 40 प्रतिशत निगेटिव में चल रहा है.

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