रांची, राजकुमार : नारियल जे फरेला घवद से,
नारियल जे फरेला घवद से,
ओह पर सुगा मेड़राए,
ओह पर सुगा मेड़राए
ऊ जे ख़बरी जनैबो अदित से
सुगा दिहली जुठियाय,
सुगा दिहली जुठियाय
कबहुं ना छूटी छठि मइया,
हमनी से बरत तोहार
हमनी से बरत तोहार
तहरे भरोसा हमनी के,
छूटी नाही छठ के त्योहार
छूटी नाही छठ के त्योहार
अपने सरन में ही रखिह,
दिह आसिस हज़ार
दिह आसिस हजार
झारखंड की राजधानी रांची समेत पूरे प्रदेश में सोमवार को धूप-छांव के बीच व्रतियों ने अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को अर्घ दिया. दोपहर से ही धूप-छांव शुरू हो गया था. कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी भी हुई. इससे दिन में रहनेवाली तपिश से व्रतियों को राहत मिली, लेकिन मौसम को लेकर उनकी परेशानी काफी बढ़ गयी थी. इस बीच व्रतियों ने अर्घ को लेकर अपनी तैयारी कर शाम चार बजे के बाद से अपने-अपने घरों से छठ घाट जाने के लिए निकली. छठ गीत गुनगुनाते हुए छठ घाट पहुंची. यहां स्नान-ध्यान कर भगवान को अर्घ दिया. इसके बाद उन्होंने पूजा-अर्चना व संध्या आरती कर सबकी मंगलकामना के लिए प्रार्थना की. फिर लोकगीतों के बीच अपने-अपने घर गयी. घरों में पूजा-अर्चना कर मंगलवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ देने की तैयारी में लग गयीं. देर रात तैयारी पूरी करने के बाद व्रतधारी अहले सुबह भगवान सूर्य को अर्घ देने के लिए छठ घाट जायेंगी, जहां उदीयमान सूर्य को अर्घ देंगी.
चार दिवसीय महापर्व का होगा समापन
इसके बाद सबकी मंगलकामना के लिए प्रार्थना करते हुए अच्छे से व्रत संपन्न होने के लिए हवन कर बजरी लुटायेगी और प्रसाद का वितरण करेंगी. इसके बाद मंदिरों में जाकर पूजा-अर्चना कर घरों में आकर पूजा-अर्चना कर प्रसाद ग्रहण कर पारणा करेंगी. इसी के साथ चार दिवसीय छठ महापर्व का समापन हो जायेगा.
कार्तिक माह का छठ 19 नवंबर को
कार्तिक माह का छठ 19 नवंबर, 2023 को होगा. इस दिन अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ दिया जायेगा. वहीं, 20 नवंबर को उदीयमान सूर्य को अर्घ देने के साथ चार दिवसीय छठ महापर्व का समापन हो जायेगा. वर्ष 2023 में 17 नवंबर से सूर्य षष्ठी व्रत प्रारंभ हो जायेगा.
छठ घाट की साफ सफाई नहीं होने से व्रती परेशान
छठ घाट की साफ-सफाई नहीं होने के कारण छठव्रती परेशान रहे. कई छठ घाटों पर उनके परिजनों ने खुद से साफ-सफाई की. डोरंडा बटम तालाब में अर्घ देने के लिए आये राजेश कुमार ने कहा कि इस छठ में भी निगम को ध्यान देना चाहिए. घाटों की साफ-सफाई की व्यवस्था करनी चाहिए.