रांची : 67 वर्षीय चंपई सोरेन झारखंड के 12वें मुख्यमंत्री बनाये गये हैं. राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने शुक्रवार को उन्हें पद व गोपनीयता की शपथ दिलायी. श्री सोरेन के साथ कांग्रेस से आलमगीर आलम तथा राजद से सत्यानंद भोक्ता ने भी मंत्री पद की शपथ ली. चंपई सोरेन के नेतृत्व में बनी इस सरकार का कार्यकाल 11 महीने का होगा. चंपई सोरेन के नेतृत्व में बनी सरकार पांच जनवरी को विश्वासमत हासिल करेगी. सरकार ने पांच और छह जनवरी को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया है. छह जनवरी को राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन का अभिभाषण होगा. राज्यपाल श्री राधाकृष्णन ने गुरुवार रात 11:00 बजे चंपई सोरेन को मनोनीत मुख्यमंत्री बनाते हुए शुक्रवार को सरकार बनाने का निमंत्रण देते हुए शपथ लेने की बात कही. इसके बाद चंपई सोरेन ने शुक्रवार को दोपहर 12:00 बजे शपथ लेने की जानकारी राजभवन को दी.
झारखंड में शुक्रवार को गठित नयी सरकार में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के छोटे भाई बसंत सोरेन उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते-लेते रह गये. राजभवन के प्रोटोकॉल की वजह से अब उन्हें कैबिनेट के विस्तार तक इंतजार करना होगा. दरअसल, राज्यपाल ने गुरुवार रात 11:00 बजे चंपई सोरेन को मनोनीत मुख्यमंत्री नियुक्त किया और अगले दिन शपथ ग्रहण के लिए आमंत्रित किया. उसी समय शपथ लेनेवाले मंत्रियों के नाम मांगे गये. रात में ही चंपई सोरेन ने अपने साथ दो मंत्रियों आलमगीर आलम और सत्यानंद भोक्ता का नाम राजभवन को दे दिये. इधर, शुक्रवार सुबह बसंत सोरेन को भी डिप्टी सीएम पद की शपथ दिलाने की बात होने लगी. सुबह करीब 10:00 बजे इसके लिए राजभवन से बात की गयी, लेकिन वहां से जवाब आया कि अब संभव नहीं है. क्योंकि मंत्रियों के नाम का वारंट जारी हो चुका है.
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शपथ ग्रहण समारोह के तुरंत बाद मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने कैबिनेट की पहली बैठक की. कैबिनेट सचिव वंदना डाडेल ने बताया कि प्रोजेक्ट भवन में हुई बैठक में तीन एजेंडों पर स्वीकृति दी गयी. कैबिनेट ने नौ से 29 फरवरी तक आहूत विधानसभा के बजट सत्र को स्थगित करने का निर्णय लिया. साथ ही पांच व छह फरवरी को विधानसभा आहूत करने पर सहमति प्रदान की. कैबिनेट ने पूर्व महाधिवक्ता राजीव रंजन को फिर से झारखंड के महाधिवक्ता के रूप में नियुक्त करने के प्रस्ताव को भी मंजूर किया.
सियासी हलचल के बीच सत्ता पक्ष के विधायक हैदराबाद शिफ्ट हो गये हैं. विधायकों का ठिकाना भव्य लियोनी रिसॉर्ट बना है. विधायक शपथ ग्रहण समारोह से पहले ही हैदराबाद के लिए रवाना हो गये थे. विधायकों को गुरुवार शाम ही हैदराबाद जाना था, लेकिन मौसम खराब होने के कारण नहीं जा पाये. तेलंगाना सरकार हैदराबाद पहुंचे झारखंड के विधायकों की खातिरदारी में जुटी है. सत्ता पक्ष के विधायक पांच फरवरी को झारखंड पहुंचेंगे. सत्ता पक्ष के 37 विधायक और मनोनित विधायक जोसेफ ग्लेन गॉलस्टिन हैदाराबाद के रिसॉर्ट पहुंचे हैं. मुख्यमंत्री चंपई सोरेन, मंत्री आलमगीर आलम, सत्यानंद भोक्ता, विधायक प्रदीप यादव, विनोद सिंह, बसंत सोरेन, चमरा लिंडा, सीता सोरेन, लोबिन हेंब्रम और रामदास सोरेन हैदराबाद नहीं गये हैं. वहीं, झामुमो नेता विनोद पांडेय और प्रणव झा भी हैदराबाद गये हैं.
कांग्रेस के विधायक हैदराबाद नहीं जाना चाहते थे. कांग्रेस विधायक राहुल गांधी की न्याय यात्रा में शामिल होना चाहते थे. श्री गांधी दो फरवरी को पाकुड़ से यात्रा करेंगे. संतालपरगना के विधायकों का कहना था कि पार्टी के कार्यक्रम में शामिल होंगे. इसके बाद राहुल गांधी ने पार्टी के विधायकों से बात की. श्री गांधी ने कहा कि आप हैदराबाद जायें. संगठन को अपना काम करने दीजिए. कभी-कभी नेतृत्व के बिना भी संगठन काम करे.