रांची: मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि झारखंड तभी आगे बढ़ेगा, जब इसकी नींव मजबूत होगी. इसी बात को ध्यान में रख कर यहां की आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक जैसी बुनियादी व्यवस्थाओं को मजबूत कर रहे हैं. समाज में किसी के साथ भेदभाव नहीं हो, इस पर सरकार का विशेष जोर है. समाज के अंतिम व्यक्ति को मजबूत करने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है. आदिवासी-मूलवासी दलित, पिछड़े, गरीब, मजदूर, किसान और महिला, सभी के उत्थान के लिए कार्य हो रहा है. यहां के बच्चे-बच्चियों के भविष्य को संभालने और उन्हें बेहतर शिक्षा देने के लिए भी कई कदम उठाये गये हैं.
श्री सोरेन बुधवार को हरिवंश टाना भगत इंडोर स्टेडियम में सर्वजन पेंशन योजना के लाभुकों को प्रथम किस्त का भुगतान एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए कही. उन्होंने कहा कि रोटी-कपड़ा और मकान हर किसी की मूलभूत जरूरत है. ऐसे में यहां के लोगों की इन जरूरतों को पूरा करने की दिशा में सरकार लगातार काम करती आ रही है. इसी कड़ी में अबुआ आवास योजना के तहत 20 लाख गरीब, जरूरतमंद और आवास विहीन लोगों को तीन कमरों का मकान दे रहे हैं.
राज्य के हालात व जरूरत को ध्यान में रखकर बन रही नीतियां व योजनाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के हालात और यहां के लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखकर नीतियां और कार्य योजनाएं बनायी जा रही हैं. आपकी योजना -आपकी सरकार- आपके द्वार कार्यक्रम के माध्यम से हमने राज्य के हालात और यहां के लोगों की आवश्यकताओं को जानने का प्रयास किया, ताकि उनके हित में उनके अनुरूप योजनाएं बनाकर उसे धरातल पर उतार सकें. आपकी योजना -आपकी- सरकार आपके द्वार कार्यक्रम का असर है कि अधिकारी द्वार-द्वार जाकर लोगों की समस्याओं का समाधान कर रहे हैं और सरकार की योजनाओं का लाभ भी पहुंचा रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही है. आंगनबाड़ी केंद्रों को ऐसा स्वरूप देने जा रहे हैं, जहां महिलाओं और बच्चों को बेहतर माहौल मिले. उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों में महिलाओं और बच्चों को पौष्टिक आहार दिया जा रहा है. हमारा संकल्प कुपोषण मुक्त झारखंड बनाना है.