रांची : टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी आज 39 वर्ष के हो जायेंगे. दिसंबर 2004 को उन्होंने टीम इंडिया में डेब्यू किया. अपनी कप्तानी में उन्होंने देश के लिए दो-दो वर्ल्ड कप जीते. इसलिए क्रिकेट में उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता. सेना में भी अपनी सेवा दे चुके धौनी अब ‘किसान’ की भूमिका में दिख रहे हैं, जिससे लगने लगा है कि वह अपनी भविष्य की योजनाओं को लेकर कितने गंभीर हैं. वह एक कुशल किसान की तरह कभी खेतों में ट्रैक्टर चलाते दिखते हैं, तो कभी फलों व सब्जियों के बीज लगाते. वह जैविक खेती यानी ऑर्गेनिक फॉर्मिंग पर विशेष ध्यान दे रहे हैं.
इसके लिए उन्होंने रातू के सैंबो में करीब 40 एकड़ जमीन भी खरीदी है. फरवरी में उन्होंने अपने फेसबुक अकाउंट में एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें वह ऑर्गेनिक खेती की तैयारी करते दिखे थे. वीडियो में धौनी जैविक खेती शुरू करने से पहले विशेषज्ञों के साथ पूजा-अर्चना करते दिखे थे. वह तैयार क्यारियों में बीज बोने से पहले अगरबत्ती-धूप जलाते हैं, फिर नारियल फोड़ते हैं.
उनके एक करीबी सूत्र ने बताया कि ऑर्गेनिक फॉर्मिंग शुरू करने से पहले उन्होंने खेती की बारीकी सीखी. इसके लिए माही ने खेती पर प्रकाशित कई किताबें भी पढ़ी. इसके अलावा उन्हें चेन्नई के एक किसान चंद्र मोहन रेड्डी ने भी काफी मदद की है. साथ ही रांची के एक एनजीओ भी इसमें उनकी मदद कर रहा है.
तरबूज-पपीते के बाद लगाये टमाटर व ओल : फरवरी में धौनी ने तरबूज और पपीते के बीच बोए थे. अब खेत के एक हिस्से में वह टमाटर और ओल उगाने में जुटे हैं. माही की अपने खेत में सीजनिंग फल व सब्जी उगाने योजना है. उनके पास अपने उत्पादों (फलों और सब्जियों) को बाजार में पहुंचाने की भी अलग योजना है. इसके लिए शहर के विभिन्न इलाकों में उन्होंने काउंटर भी बनाये हैं, लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण हुए लॉकडाउन की वजह से इन्हें अभी तक शुरू नहीं किया जा सका है. लॉकडाउन पूरी तरह खत्म होने के बाद शहर के धुर्वा, अरगोड़ा, पंडरा, रातू रोड, मोरहाबादी इलाकों में उनके ये काउंटर शुरू हो जायेंगे.
डेयरी व मछली पालन भी कर रहे हैं : ऑर्गेनिक फॉर्मिंग के अलावा धौनी अब डेयरी और मत्स्य पालन में भी हाथ आजमा रहे हैं. उनके फॉर्म में दो बड़े तालाब हैं, जिनमें वह मत्स्य पालन कर रहे हैं. वहीं अपने डेयरी फॉर्म के लिए 75 गायें खरीद चुके हैं. भविष्य में वह मुर्गी और बतख पालने की भी योजना बना रहे हैं. अपने खेतों की सुरक्षा को लेकर भी माही पूरी तरह सजग हैं. इसके लिए उन्होंने सीसीटीवी कैमरे लगवाये हैं, जिनसे आसानी से निगरानी की जा सके.
किसानों के लिए दिया संदेश : जैविक खेती यानी ऑर्गेनिक फॉर्मिंग को बढ़ावा देने के लिए डिस्कवरी एग्रीकल्चर पर किसानों के लिए उन्होंने एक संदेश भी दिया है. इस वीडियो संदेश में वह किसानों से स्वस्थ उगाने, स्वस्थ खाने, स्वस्थ खिलाने की बात करते हैं. इसमें वह हरे खेत, भरे खलिहान, स्वस्थ भारत, समृद्ध किसान… का मैसेज भी देते हैं.
खेतों की खुद कर रहे जुताई : धौनी अपने खेत की खुद जुताई कर रहे हैं. इसके लिए उन्होंने हाल ही में एक ट्रैक्टर भी खरीदा है. खेतों की जुताई करते हुए उनकी एक वीडियो भी वायरल हो चुकी है. माही को खेती से इतना लगाव है कि वह घंटों खेत में रहते हैं.