Chandra Grahan 2022: झारखंड के कई जिलों में दिखेगा चंद्र ग्रहण का असर, जानें समय और सूतक

Chandra Grahan 2022: साल 2022 का अंतिम चंद्रग्रहण आज लगने जा रहा है. यह ग्रहण भारत में कई राज्यों में पूर्ण व आंशिक तौर पर दिखाई देगा. वहीं, झारखंड में भी चंद्र ग्रहण की स्थिति बनेगी. रांची में 9 मिनट का पूर्ण चंद्र ग्रहण का असर रहेगा.

By Nutan kumari | November 8, 2022 8:44 AM

Chandra Grahan 2022: आज साल 2022 का आखिरी चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है. यह साल का दूसरा चंद्र ग्रहण होगा. यह खरगास चंद्र ग्रहण है, जो पूरे देश में नजर आयेगा. चंद्र ग्रहण शाम 3:38 बजे से शाम 6:19 बजे तक रहेगा. रांची में शाम 5:03 बजे चंद्रोदय है. वहीं देशभर में चंद्र ग्रहण 5:09 बजे शुरू होगा, जिसका मोक्ष शाम 6:19 बजे है. वहीं हजारीबाग में शाम 05:02 है. अतः पूर्ण चंद्र ग्रहण रांची में 09 मिनट तक वहीं हजारीबाग में 10 मिनट तक देखा जा सकता है. इसके बाद आंशिक ग्रहण की स्थिति शाम 06:19 तक देखा जा सकता है. चंद्र ग्रहण पूर्णिमा को घटित होता है जब पृथ्वी, सूर्य और चंद्र के बीच आ जाता है और तीनों एक सीधी रेखा में अवस्थित होते हैं.

आज कार्तिक पूर्णिमा और चंद्र ग्रहण का दुर्लभ संयोग

आज कार्तिक पूर्णिमा और साल के आखिरी चंद्र ग्रहण का अनूठा संयोग बन रहा है. कार्तिक पूर्णिमा पर दान करने से पितरों को मोक्ष मिलता है. साथ ही पितरों की आत्मा को शांति भी मिलती है, इसलिए आज दान का विशेष महत्व है. कार्तिक पूर्णिमा की तिथि सोमवार शाम 3:59 बजे ही शुरू हो गयी है, जो आज शाम 3:53 बजे तक रहेगी. इसलिए अधिकतर लोगों ने चंद्र ग्रहण के कारण सोमवार (नरक चतुर्दशी) को ही दीप दान कर लिया. श्रद्धालु ग्रहण समाप्ति के बाद भी दीप दान कर सकते हैं. आज भरनी नक्षत्र भी मिल रहा है, जो देर रात 1:52 बजे तक रहेगा. इसी दिन कार्तिक मास का समापन हो जायेगा.

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आंशिक चंद्र ग्रहण का समय

आज दिनांक 08 नवंबर को राज्य भर में चंद्र ग्रहण की स्थिति बनेगी. आंशिक चंद्र ग्रहण दोपहर 02:39 से शाम 06:19 तक. वहीं इस बीच दोपहर 03:46 से शाम 05:12 तक पूर्ण चंद्र ग्रहण घटित होगा. राज्यवासियों को चंद्रोदय के उपरांत ही ग्रहण दिखाई देगा.

सूतक काल का महत्व समझिए

चंद्र ग्रहण का सूतक काल आज सुबह 8:09 बजे लग जायेगा. धार्मिक नजरिए से जब भी ग्रहण लगता है, तो सूतक काल लग जाता है. सूतक को अशुभ समय माना गया है, जिसमें किसी भी तरह का शुभ कार्य नहीं किया जाता. सूतक काल में पूजा-पाठ की मनाही होती है. मंदिरों के पट बंद कर दिये जाते हैं.

ग्रहण काल में प्रार्थना करने से पूरी होती है कामना

मान्यता है कि ग्रहण काल में भगवान से प्रार्थना करने पर कामना सिद्ध होती है. शादी विवाह, संतान प्राप्ति, धन प्राप्ति और गृह क्लेश जैसी समस्या से मुक्ति मिलती है. जप, तप, पाठ और हवन करने से प्रार्थना सिद्ध होती है.

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