रांची : लोन पर लिये दो-दो वाहनों की किस्त चुकाने में विफल चास थाना क्षेत्र के सुखदेव नगर निवासी शंकर कुमार ओझा (55) ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. उसने गुरुवार की रात अपने घर में साड़ी से फांसी लगायी. इसकी जानकारी मृतक के पुत्र विप्लव कुमार ओझा (27) को शुक्रवार की सुबह उस समय हुई, जब वह अपने पिता को जगाने के लिए कमरे में पहुंचा.
घटना की सूचना मिलते ही चास पुलिस मौके पर पहुंची और पंचनामा कराया. पुलिस की पूछताछ में पुत्र विप्लव ने बताया कि मां पुरुलिया में है. पिता कमरे में अकेले थे. गुरुवार की रात में सभी ने एक साथ खाना खाया और अपने-अपने कमरे में सोने चले गये. वह सुबह-सुबह अपनी मां को लाने के लिए पुरुलिया जाने वाला था, इसलिए पिता को सूचना देने के लिए उनके कमरे में पहुंचा तो देखा कि वह फंदे से झूल रहे हैं.
वाहन मालिक ने फांसी लगाने में कुर्सी का सहारा लिया था. कुर्सी पलंग पर रखी हुई थी. उसके बाद परिजनों ने पुलिस को सूचना दी. चास पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया है. मृतक को एक पुत्र व एक पुत्री हैं, दोनों की शादी हो चुकी है.
दबाव इतना था कि एक होटल में मुंशी का काम शुरू किया था : मृतक के पुत्र ने बताया कि उसके पिता ने बैंक से दो दस चक्का ट्रक लोन पर लिया है. ट्रक चास में ही चलते हैं, लेकिन लॉकडाउन में व्यवसाय पूरी तरह ठप रहा. इस कारण पैसे की आमद नहीं हुई. उधर, बैंक की मासिक किस्त चुकाने के लिए बैंक का दबाव रहता था. इसे लेकर वह काफी तनाव में रहते थे. जब कोई उपाय नहीं हुआ तो शंकर ने चास के धर्मशाला मोड़ स्थित एक होटल में मुंशी का काम शुरू किया था, ताकि उस कमाई से लोन की किस्त चुकायी जा सके.
posted by : sameer oraon