रांची : आइपीएस के नाम पर ब्लैकमेल कर ठगे 38,580 रुपये, पीड़ित व्यक्ति ने जगन्नाथपुर थाना में केस दर्ज कराया
झारखंड पुलिस डॉग स्क्वॉयड में नौ साल की सेवा के बाद तीन स्निफर और एक ट्रैकर श्वान सेवानिवृत्त हो गये. मौके पर बुधवार को जैप- 10 में उनकी विदाई का कार्यक्रम हुआ.
रांची : जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के सेक्टर- 02 निवासी एक व्यक्ति को साइबर अपराधियों ने पहले सेक्सटॉर्शन का शिकार बनाया. इसके बाद खुद को आइपीएस बताकर वारंट निकालने की धमकी देकर वीडियो डिलीट करने के नाम पर 38,500 रुपये ठग लिये. घटना को लेकर पीड़ित व्यक्ति ने जगन्नाथपुर थाना में केस दर्ज कराया है. पुलिस के अनुसार, ठगी के शिकार व्यक्ति को एक लड़की का वीडियो कॉल आया था. कॉल उठाने के बाद पीड़ित व्यक्ति के फोटो को एडिट करके उन्हें ब्लैकेमेल किया जाने लगा और पैसा की डिमांड की जाने लगी. जब शिकायतकर्ता ने पैसा देने से इंकार कर दिया, तो उन्हें थोड़ी देर बाद एक फोन अया. जिसमें फोन करने वाले ने ख्रुद को आइपीएस बताते हुए कहा कि वीडियो डिलीट कराओ, नहीं तो तुम्हारा अरेस्ट वारंट निकलवा दूंगा. इसके बाद उसने एक नंबर से बात करने के लिए दिया. जिससे बात करने पर दो वीडियो डिलीट कराने के नाम पर उक्त रुपये ठग लिये गये. शिकायकर्ता को ठगी का एहसास तब हुआ, जब उन्होंने घटना के बाद कुछ लोगों से चर्चा की. तब उन्हें पता चला कि यह साइबर अपराधियों का काम है.
नौ साल की सेवा के बाद डॉग स्कवॉयड से चार श्वान रिटायर
झारखंड पुलिस डॉग स्क्वॉयड में नौ साल की सेवा के बाद तीन स्निफर और एक ट्रैकर श्वान सेवानिवृत्त हो गये. मौके पर बुधवार को जैप- 10 में उनकी विदाई का कार्यक्रम हुआ. झारखंड पुलिस में यह पहली बार हुआ, जब श्वान की सेवानिवृत्ति के बाद उनके कार्यों की सराहना करते हुए विदाई दी गयी. सेवानिवृत्त होनेवाले श्वान ट्रैकर का नाम मोनाली है, जबकि स्निफर में चिप, डिनो और मैको के नाम शामिल हैं. मोनाली ने 2018 में खेलगांव थाना क्षेत्र से चोरी की घटना में 1.50 लाख रुपये का जेवरात खोज निकाला था. वहीं दूसरी ओर तीनों स्निफर श्वान ने कई वीवीआइपी कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा में अपनी अहम भूमिका निभायी. सभी अपनी सेवा से आठ दिसंबर को सेवानिवृत्त हो गये थे. सभी को सेवानिवृत्ति मेडिकल रिपोर्ट पर दी गयी थी. मौके पर मुख्य अतिथि सीआइडी आइजी असीम विक्रांत मिंज, सीआइडी एसपी कार्तिक एस और अनुरंजन किस्पोट्टा ने सेवानिवृत्त श्वान को मेडल पहनाकर उनके कार्यों की सराहना करते हुए विदाई दी. इस अवसर पर सीआइडी और डॉग स्क्वॉयड के अन्य कर्मी मौजूद थे.
अब मिलेगी पेंशन भी : सेवानिवृत्त श्वान से अब कोई काम नहीं लिया जायेगा. लेकिन उन्हें पेंशन के रूप में जीवित रहने तक खाना,देखभाल और इलाज की सुविधा दी जायेगी.
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