Ranchi news : अनजान लिंक पर क्लिक करने से पहले डोमेन की जांच करें
रांची नगर निगम के सभागार में सेफ इंटरनेट डे पर कार्यशाला
रांची. उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री के निर्देशानुसार मंगलवार को रांची नगर निगम के सभागार में सेफ इंटरनेट डे पर कार्यशाला हुई. अध्यक्षता जिला सूचना एवं विज्ञान पदाधिकारी राजीव रंजन ने की. उन्होंने कहा कि इंटरनेट ने हमारी लाइफस्टाइल आसान बना दी है. लेकिन, हमें सावधान और सतर्क रह कर इंटरनेट का उपयोग करना चाहिए. किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक करने से पहले उसके डोमेन की जांच जरूरी है. फर्जी साइटों से बचें. किसी भी एसएमएस के माध्यम से प्राप्त लिंक को खोलने से पहले उसकी जांच-पड़ताल कर लें.
सुरक्षित तरीके से करें पैसे का ट्रांजेक्शन
राजीव रंजन ने कहा कि साइबर फ्रॉड से बचने के लिए सुरक्षित तरीके से पैसे का ट्रांजेक्शन करें. सार्वजनिक स्थानों पर मोबाइल चार्जिंग, सार्वजनिक वाइ-फाइ का इस्तेमाल करने से बचें. अनजान नंबर से आने वाले वाट्सऐप कॉल, वाट्सऐप वीडियो कॉल तथा इंटरनेशनल कॉल को रिसीव करने से बचें. खुद जागरूक बनें व परिवार को भी जागरूक करें.साइबर फ्रॉड होने पर 1930 पर कॉल करें
साइबर डीएसपी श्रीनिवास सिंह ने कहा कि कभी भी डिजिटल अरेस्ट की बात सुन कर डरें नहीं. साइबर फ्रॉड होने पर 1930 नंबर पर कॉल करें. साथ ही राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल पर शीघ्र शिकायत दर्ज करायें. ट्रांजेक्शन ब्लॉक करायें. मौके पर एडीआइओ रीमा कुजूर, अनिमेष दास, पीयूष जायसवाल आदि उपस्थित थे.इंटरनेट का उपयोग सतर्क होकर करें : निदेशक
रांची. आइटी व इ-गवर्नेंस निदेशक आदित्य रंजन ने कहा कि इंटरनेट हमारी जीवन शैली का हिस्सा है. पर, हम इसका उपयोग सावधान व सतर्क होकर करें. साइबर फ्रॉड एवं अन्य साइबर क्राइम को रोकने के लिए जागरूक होने की आवश्यकता है. निदेशक मंगलवार को सेफ इंटरनेट डे विषय पर जैप-आइटी सभागार में आयोजित कार्यशाला में बोल रहे थे. मौके पर निदेशक जेएसएसी आर रोनीटा ने भी विभागों के पदाधिकारियों तथा कर्मियों को सेफ इंटरनेट के प्रति जागरूक होने के लिए प्रेरित किया. राज्य सूचना विज्ञान पदाधिकारी दीपक कुमार व ओमेश प्रसाद सिन्हा ने प्रजेंटेशन के माध्यम से साइबर खतरा, साइबर स्वच्छता एवं साइबर सुरक्षा की जानकारी दी. एनआइसी के उप निदेशक डॉ प्रशांत कुमार सिन्हा ने पीपीटी के माध्यम से कई जानकारी दी. कहा कि साइबर अपराधी नये-नये तरीके अपनाकर ठगी की कोशिश करते हैं. जिसमें डिजिटल अरेस्ट, अधिक रिटर्न का लालच देकर निवेश करना, ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफार्म आदि शामिल है. उन्होंने इससे बचने के उपाय बताये. साइबर फ्रॉड होने पर 1930 नंबर पर कॉल कर शिकायत दर्ज कराने को कहा. कार्यशाला में बताया गया कि अनजान लोगों के साथ ओटीपी, आधार कार्ड, पैन कार्ड या बैंक की अन्य जानकारी साझा नहीं करें. मौके पर कल्याण, राजस्व एवं अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है