Chhath Puja 2021 : रांची न्यूज : रांची नगर निगम द्वारा छठ घाटों की सफाई करायी जा रही है. एक सप्ताह से चलाये जा रहे सफाई अभियान के तहत जहां पहले सिर्फ 200 कर्मचारियों से घाटों की सफाई करवायी जा रही थी, वहीं अब कर्मचारियों की संख्या बढ़ाकर 600 कर दी गयी है. नगर आयुक्त मुकेश कुमार ने सभी अधिकारियों, जोनल सुपरवाइजर व सुपरवाइजरों को आठ नवंबर तक हर हाल में सभी 53 छठ घाटों को महापर्व को लेकर तैयार करने का निर्देश दिया है. उन्होंने कोरोना को देखते हुए घर पर ही भगवान सूर्य को अर्घ्य देने की अपील की है.
रांची के 53 छठ घाटों सफाई की जा रही है. शहर के 53 घाट ऐसे हैं, जहां छठ के मौके पर काफी भीड़ लगती है. इन घाटों की सफाई के लिए रांची नगर निगम ने टीम की प्रतिनियुक्ति कर दी है. इन घाटों में प्रमुख रूप से कांक डैम टिकली टोला, मिशन गली, हातमा बस्ती, एदलहातू तालाब, दिव्यायन तालाब, तेतर टोली तालाब, बड़गाई तालाब, भरमटोली तालाब, पीएचइडी तालाब, न्यू नगर बांधगाड़ी, जुमार नदी, तिरिल तालाब, जोड़ा तालाब, यूनिवर्सिटी तालाब, भाभा नगर तालाब, डिस्टिलरी तालाब, टुनकी टोली तालाब रिम्स, केतारी बागान, सामलौंग बस्ती, धुमसा टोली तालाब, स्वर्णरेखा घाट नामकुम, मकचंद टोली तालाब, चडरी तालाब, जेल तालाब, छोटा डैम, धुर्वा डैम, शालीमार तालाब, बटन तालाब, पावर हाउस तालाब, कमरू तालाब, खिजुरिया तालाब, स्वर्णरेखा घाट केतारी बागान, स्वर्णरखा घाट नामकुम, श्रीनगर कॉलोनी स्वर्णरेखा नदी, स्वर्णरेखा घाघरा हुंडरू बस्ती तालाब, लटमा रोड छठ घाट, नेपाली कॉलोनी, हेसागताला, करमटोली तालाब, हटनिया तालाब बड़ा तालाब, कडरू बस्ती तालाब, जनता फ्लैट, मधुकम तालाब, कटहल गोंदा, देवी मंडप सरोवर नगर, भट्टा गढ़ा कांके डैम, ओझा मार्केट कांके डैम, हेहल तालाब, गंगा नगर, हरमू नदी, विद्या नगर तालाब हरमू, अरगोड़ा बस्ती तालाब पुंदाग बस्ती, अलका पुरी, जगन्नाथपुर बस्ती तालाब, नया टोली बस्ती तालाब आदि शामिल हैं.
वैसे व्रती जो छठ घाट जाने में असमर्थ हैं, उनके लिए नगर निगम की ओर से जगह-जगह कृत्रिम तालाब का निर्माण कराया जायेगा. छठ के दौरान इनमें टैंकर से पानी भरा जायेगा. ऐसे पौंड का निर्माण हरमू हाउसिंग कॉलोनी, विद्यानगर, गंगानगर, किशोरगंज आदि क्षेत्र में किया जायेगा. कोरोना के प्रकोप को देखते हुए रांची के नगर आयुक्त मुकेश कुमार ने शहरवासियों से अपील की है कि छठ के दौरान लोग भीड़-भाड़ में जाने से बचें. अगर संभव हो तो अपने घर के सामने ही जलकुंड बनाकर भगवान भास्कर को अर्घ्य दें.
Posted By : Guru Swarup Mishra