Loading election data...

झारखंड:नीम पेड़ के नीचे सात घोड़ों पर विराजमान हैं भगवान सूर्य, कांची नदी में स्नान कर अर्घ्य देते हैं छठव्रती

रांची जिले के बुंडू प्रखंड की कांची नदी में स्नान कर लोग भगवान सूर्य की पूजा-अर्चना करते हैं. ग्रामीण मिलजुल कर प्रतिवर्ष पर्व-त्योहार के अवसर पर विशेष पूजा का आयोजन करते हैं. छठ पर्व के मौके पर कांची नदी में छठ पर्व का आयोजन होता है.

By Guru Swarup Mishra | November 19, 2023 4:11 PM

बुंडू (रांची), आनंद राम महतो: लोकआस्था का महापर्व छठ को लेकर चारों तरफ उल्लास है. छठ के गीत गूंज रहे हैं. पूरा माहौल भक्तिमय है. सूर्योपासना के इस महापर्व को लेकर छठ घाट सज गए हैं. कुछ ही देर में लोग अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देंगे. रांची जिले के बुंडू प्रखंड स्थित हेठ बूढ़ाडीह गांव में नीम पेड़ के नीचे सात घोड़ों पर सवार भुवन भास्कर विराजमान हैं. यहां पर सालोंभर लोग पूजा-अर्चना कर अपनी मन्नतें मांगते हैं और उनकी मन्नतें पूरी भी हो जाती हैं. श्रद्धा और भक्ति का केंद्र यह गांव प्राचीन पत्थर को देखने से प्रतीत होता है. यह मंदिर प्राचीन धरोहरों में शामिल है.

नौवीं शताब्दी का है मंदिर

रांची जिले के बुंडू प्रखंड की कांची नदी में स्नान कर लोग भगवान सूर्य की पूजा-अर्चना करते हैं. ग्रामीण मिलजुल कर प्रतिवर्ष पर्व-त्योहार के अवसर पर विशेष पूजा का आयोजन करते हैं. छठ पर्व के मौके पर कांची नदी में छठ पर्व का आयोजन होता है. इसके बाद प्राचीन काल के सूर्य मंदिर परिसर में पूजा-अर्चना करते हैं. यहां के ग्रामीण पहान घासीराम महतो और संभल राम महतो बताते हैं कि यहां का प्राचीन मंदिर नौवीं शताब्दी का है.

Also Read: झारखंड: सात समुंदर पार गूंज रही छठी मइया की महिमा, इंग्लैंड में छठ कर रही रांची के अजय कुमार की फैमिली

पहले लगता था विशाल मेला

पूर्व जमाने में यहां पर विशाल मेला का आयोजन होता था. यहां का भूखंड भी सूर्य मंदिर के नाम पर रिविजनल सर्वे खतियान में दर्ज है. यहां पर प्राचीन मंदिर था, जो जर्जर होकर टूट गया. अब ग्रामीण एवं स्थानीय लोगों की मदद से मंदिर का निर्माण किया जा रहा है. छठ पर्व के मौके पर ग्रामीणों की ओर से महाप्रसाद वितरण किया जाता है.

Also Read: झारखंड:टाटा स्टील फाउंडेशन नेशनल फिल्म कॉम्पिटिशन में जादूगोड़ा को पहला पुरस्कार, फिल्मकार सतीश मुंडा सम्मानित

Next Article

Exit mobile version