Chhath Puja Arghya Timing: रांची समेत 10 प्रमुख शहरों में कितने बजे दे सकेंगे सूर्य को अर्घ्य, जानें सही समय
हिंदू धर्म में देवी-देवताओं को त्योहारों के साथ जोड़कर आस्था प्रकट करने की सदियों पुरानी परंपरा रही है, लेकिन छठ पर्व पर सूर्य देवता की आराधना का खास महत्व है. छठ पर्व सबसे कठिन व्रत माना जाता है.
हिंदू धर्म में देवी-देवताओं को त्योहारों के साथ जोड़कर आस्था प्रकट करने की सदियों पुरानी परंपरा रही है, लेकिन छठ पर्व पर सूर्य देवता की आराधना का खास महत्व है. छठ पर्व सबसे कठिन व्रत माना जाता है. इसका अपना वैज्ञानिक महत्व भी है, जो आस्था के साथ जीवन के संचार को बताता है. लोक आस्था का महापर्व छठ का आज (रविवार) 19 नवंबर को तीसरा दिन है. आज के दिन छठ व्रती 36 घंटे का व्रत रखते हुए शाम के समय में डूबते सूर्य को पहला अर्घ्य देते हैं. वहीं 20 नवंबर (सोमवार) को व्रती उगते सूर्य को अर्घ्य देंगे.
छठ पूजा महत्व
छठ पूजा में आस्था रखने वाले लोग चाहे देश में हो या विदेश में इस पर्व में शामिल होने का और व्रत करने का पूरे साल इंतजार करते हैं . मान्यता है कि छठ का व्रत संतान प्राप्ति की कामना, बच्चों की कुशलता और सुख-समृद्धि और लंबी उम्र के लिए किया जाता है इस पर्व से जुड़ी किस सारी जरूरी बातें हैं जिन्हें जानना भी जरूरी है. मान्यता है कि छठ व्रत करने से छठी मैया धन -धान्य ,पति -पुत्र तथा सुख समृद्धि का आशीष देती है . छठ व्रत को करने से चर्म रोग तथा आंख की बीमारी से भी मुक्ति मिलती है यह सबसे कठिन व्रत में से एक व्रत है 36 घंटा तक का व्रत है,लेकिन चौबीस घंटा से अधिक समय तक निर्जला उपवास रखते है .
राज्य के 10 प्रमुख जिलों में इतने बजे दे सकते हैं अर्घ्य
झारखंड राज्य में भी बड़े धूम-धाम से मनाया जाता है. राज्य के प्रमुख जिले में 19 को सूर्यास्त का समय और 20 नवंबर को सूर्योदय का जानें क्या है समय.
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देवघर जिले में 19 नवंबर को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए सूर्यास्त
4 बजकर 55 मिनट पर होगा जबकि 20 नवंबर को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए सूर्योदय 6 बजकर 2 मिनट पर होगा.
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धनबाद जिले में 19 नवंबर को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए सूर्यास्त की टाइमिंग 4 बजकर 58 मिनट है जबकि 20 नवंबर को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए सूर्योदय 6 बजकर 2 मिनट पर होगा.
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दुमका जिले में 19 नवंबर को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए सूर्यास्त की टाइमिंग 4 बजकर 54 मिनट है जबकि 20 नवंबर को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए सूर्योदय 5 बजकर 59 मिनट है.
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पूर्वी सिंहभूम जिले में 19 नवंबर को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए सूर्यास्त की टाइमिंग 5 बजे है जबकि 20 नवंबर को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए सूर्योदय 5 बजकर 59 मिनट है.
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लोहरदगा जिले में 19 नवंबर को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए सूर्यास्त की टाइमिंग 5 बजकर 5 मिनट है जबकि 20 नवंबर को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए सूर्योदय 6 बजकर 8 मिनट है.
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रांची जिले में 19 नवंबर को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए सूर्यास्त की टाइमिंग 5 बजकर 3 मिनट है जबकि 20 नवंबर को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए सूर्योदय 6 बजकर 6 मिनट है.
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पश्चिमी – सिंहभूम जिले में 19 नवंबर को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए सूर्यास्त की टाइमिंग 5 बजकर 4 मिनट है जबकि 20 नवंबर को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए सूर्योदय 6 बजकर 3 मिनट है.
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सिमडेगा जिले में 19 नवंबर को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए सूर्यास्त की टाइमिंग 5 बजकर 1 मिनट है जबकि 20 नवंबर को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए सूर्योदय 6 बजकर 2 मिनट है.
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हजारीबाग जिले में 19 नवंबर को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए सूर्यास्त की टाइमिंग 5 बजकर 2 मिनट है जबकि 20 नवंबर को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए सूर्योदय 6 बजकर 6 मिनट है.
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गिरिडीह जिले में 19 नवंबर को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए सूर्यास्त की टाइमिंग 4 बजकर 58 मिनट है जबकि 20 नवंबर को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए सूर्योदय 6 बजकर 3 मिनट है.