छोटू रंगसाज हत्याकांड : छोटू गिरोह के शूटर ने ही की उसकी हत्या, उर्दू लाइब्रेरी के समीप मची अफरा-तफरी
Ranchi Crime: रांची के डेली मार्केट के उर्दू लाइब्रेरी के समीप बाजार में छोटू रंगसाज हत्याकांड में जिन अपराधियों के नाम आए हैं, वे कभी उसी के गिरोह से जुड़े थे.
Ranchi Crime News: झारखंड की राजधानी रांची के डेली मार्केट थाना क्षेत्र के उर्दू लाइब्रेरी के समीप बाजार में छोटू रंगसाज हत्याकांड में जिन दो अपराधियों मिंटू और शब्बीर का नाम सामने आया है, वे कभी छोटू रंगसाज गिरोह के लिए काम करते थे. दोनों का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड भी है.
इस बात की जानकारी पुलिस की टीम को हत्याकांड के बाद आरंभिक छानबीन में मिली है. मृतक की पत्नी ने भी घटना के बाद चीखकर- चीखकर दोनों आरोपियों के बारे में पुलिस को जानकारी दी है कि दोनों आरोपी पहले से गद्दार हैं. इसलिए पुलिस को आशंका है कि दोनों आरोपियों ने किसी काम को लेकर छोटू रंगसाज को दगा दिया होगा. इसी वजह से दोनों आरोपियों ने योजना तैयार कर उसकी हत्या कर दी.
- छोटू रंगसाज की हत्या में मिंटू और शब्बीर नामक अपराधियों का नाम आया है सामने
- पोस्टमार्टम के बाद छोटू रंगसाज का शव उसके परिजनों को सौंपा गया
- छोटू रंगसाज की हत्या के आरोपियों का भी पहले से रहा है आपराधिक रिकॉर्ड
पुलिस के अनुसार, छोटू रंगसाज का नाम गढ़वा में सबसे पहले चर्चा में तब आया था, जब उसने बस स्टैंड के विवाद में गुड्डू खान के तीन भाइयों की हत्या कर दी थी. बाद में छोटू रंगसाज के भी एक भाई की हत्या कर दी गयी थी. इधर, हत्या की घटना के बाद पुलिस ने छोटू रंगसाज के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद शव मौलाना आजाद कॉलोनी स्थित उसके घर पहुंचा दिया. साथ ही वहां सुरक्षा के दृष्टिकोण से अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है.
हत्याकांड के बाद लोगों में दहशत
छोटू रंगसाज की जिस समय हत्या हुई, उस दौरान बाजार में भीड़-भाड़ थी और लोग खरीदारी कर रहे थे. लेकिन अचानक फायरिंग की आवाज सुनने के बाद लोग दहशत में आ गये. इस कारण वहां अफरा-तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी. लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे. अपराधियों के वहां से भागने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली.