city news : मुख्य आयकर आयुक्त डॉ प्रभाकांत सेवानिवृत्त
रांची के संत अलोइस स्कूल और संत जेवियर्स कॉलेज से ली शिक्षा
रांची़ रांची के मुख्य आयकर आयुक्त डॉ प्रभाकांत 29 नवंबर को सेवानिवृत्त हो गये. इस मौके पर आयकर विभाग ने समारोह आयोजित कर उन्हें विदाई दी. वह मूलतः रांची के रहनेवाले हैं. उनकी प्रारंभिक शिक्षा संत अलोइस स्कूल और कॉलेज की शिक्षा संत ज़ेवियर्स कॉलेज मे हुई. बीआइटी मेसरा से उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की. इसके बाद उन्होंने आइआइटी दिल्ली से एमटेक की पढ़ाई पूरी की और रिन्यूएबल एनर्जी में पीएचडी की उपाधि हासिल की. 1991 बैच के आइआरएस अधिकारी हैं : आयकर विभाग में कार्य करने के दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण काम किये. इसके लिए उन्हें सीबीडीटी मेरिटोरियस अवार्ड से नवाजा गया. प्रभाकांत वर्ष 1991 बैच के आइआरएस अधिकारी है. उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय (इडी) में प्रतिनियुक्ति के दौरान कोड़ा कांड की जांच की. टू जी और कॉमन वेल्थ स्कैम की जांच की : इडी में अपने सात साल के कार्यकाल के दौरान डॉ प्रभाकांत ने टू जी और कॉमन वेल्थ स्कैम की जांच की. आयकर विभाग की इंटरनेशनल टैक्सेशन शाखा में काम करने के दौरान उन्होंने एक विदेशी कंपनी और उसके भारतीय सहयोगी से 8000 करोड़ रुपये टैक्स की वसूली की. उन्होंने इसकी वसूली जब्त संपत्तियों की नीलामी के सहारे की. उन्होंने मुंबई में विन चड्ढा की संपत्ति नीलाम कर 11 करोड़ रुपये टैक्स की वसूली की. इसके अलावा ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर सक्रिय व्यापारिक कंपनियों से भी 7500 करोड़ रुपये टैक्स की वसूली की. उनके द्वारा अपनायी गयी नीलामी की प्रक्रिया को विभाग ने टैक्स वसूलने के लिए दूसरे मामलों में इस्तेमाल किया.
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