जो करना हो करें लेकिन हर हाल में क्राइम कंट्रोल हो, नहीं तो होगी सख्त कार्रवाई : मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार को प्रोजेक्ट भवन में रांची सहित अन्य शहरों की विधि व्यवस्था की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से कहा कि हर हाल में क्राइम कंट्रोल हो, नहीं तो सख्त कार्रवाई होगी.

By Prabhat Khabar News Desk | July 9, 2024 10:50 PM
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-रांची, जमशेदपुर व धनबाद में पुलिस व्यवस्था में दिखे सुधार, अपराधी किस्म के लोगों में दिखे पुलिस का खौफ – फील्ड के पुलिस अधिकारी जनता दरबार लगा कर लोगों की परेशानी का निदान करें, पुलिस की सक्रियता बढ़ायें रांची. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार को प्रोजेक्ट भवन में रांची सहित अन्य शहरों की विधि व्यवस्था की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से कहा कि हर हाल में क्राइम कंट्रोल हो, नहीं तो सख्त कार्रवाई होगी. विशेष रूप से राज्य के बड़े शहर रांची, जमशेदपुर व धनबाद में पुलिस व्यवस्था में सुधार दिखे. उन्होंने कहा कि अपराध रोकने के लिए जो करना है, वह करें. दिनदहाड़े अपराध का असर पड़ता है. शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस की सक्रियता बढ़ायें, ताकि अपराधियों के मन में भय उत्पन्न हो. मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने कहा कि फील्ड लेवल के पुलिस पदाधिकारी (डीएसपी, इंस्पेक्टर व थानेदार) अपने क्षेत्र में जनता दरबार लगाकर लोगों की समस्याओं का निदान करें. उन्होंने कहा कि ट्रैफिक पुलिस को सही तरीके से प्रशिक्षित करने की भी जरूरत है. वीआइपी मूवमेंट के दौरान वे इधर-उधर भागने लगते हैं. इसके अलावा आधुनिक उपकरणों का उपयोग करने को भी कहा. बैठक में डीजीपी अजय कुमार सिंह, एडीजी हेडक्वार्टर आरके मल्लिक, एडीजी अभियान संजय आनंदराव लाठकर, आइजी अखिलेश झा और रांची के एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा मौजूद थे. :::::::::: ::::::::::::::: ::::::::: सभी विभागों में सिपाही रैंक में नियुक्ति के लिए एक ही परीक्षा हो बैठक के दौरान सीएम ने अधिकारियों से कहा कि पुलिस के अलावा अग्निशमन, उत्पाद व वन विभाग में सिपाही रैंक पर बहाली होती है. लेकिन सभी की अलग-अलग बहाली होती है. इससे अभ्यर्थियों को परीक्षा का अलग-अलग फाॅर्म भरना पड़ता है. परीक्षा लेनेवाली एजेंसी को भी इसके लिए अलग से काम करना पड़ता है. ऐसे में बेहतर होगा कि जिन विभागों में सिपाही के पद पर बहाली होनी है उन सभी के लिए एक ही परीक्षा आयोजित हो. आवेदन में अभ्यर्थी संबंधित विभाग का चयन करेंगे. झारखंड पुलिस में पांच हजार व उत्पाद विभाग में 582 सिपाहियों की नियुक्ति होगी. इसको लेकर भी सीएम ने निर्देश दिए हैं. अधिकारियों ने सीएम को बताया कि उत्पाद विभाग में सिपाही के पद के लिए पांच लाख और झारखंड पुलिस के लिए 18 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन दिया है. उत्पाद सिपाही की शारीरिक जांच परीक्षा इसी माह शुरू की जायेगी.

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