हजारीबाग, पलामू व दुमका में भी शुरू होगी कोरोना जांच
रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड में कोरोना पॉजिटिव के बढ़ते मामले एवं तीन मई को लॉकडाउन की समाप्ति के पश्चात बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूरों की वापसी की संभावना को देखते हुए समुचित व्यवस्था करने हेतु निर्देश जारी किया है. सीएम ने मुख्य सचिव सुखदेव सिंह को निर्देश दिया है कि केंद्रीय गृह […]
रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड में कोरोना पॉजिटिव के बढ़ते मामले एवं तीन मई को लॉकडाउन की समाप्ति के पश्चात बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूरों की वापसी की संभावना को देखते हुए समुचित व्यवस्था करने हेतु निर्देश जारी किया है. सीएम ने मुख्य सचिव सुखदेव सिंह को निर्देश दिया है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा निर्गत दिशा-निर्देशों और राज्य सरकार स्तर से निर्गत होने वाले आदेशों को अविलंब निर्गत किया जाये.
मुख्यमंत्री ने टेस्टिंग की गति बढ़ाने हेतु तीन नये मेडिकल कॉलेजों पलामू, हजारीबाग एवं दुमका में आइसीएमआर के मानकों के अनुसार टेस्टिंग लैब तैयार करने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा है कि कंटेनमेंट जोन के लिए टेस्टिंग स्ट्रेटजी बनाते हुए संदिग्ध लोगों की जांच प्राथमिकता पर हो. साथ ही क्वारेनटाइन स्ट्रेटजी बनाकर कांटेक्ट ट्रेसिंग के आधार पर चिन्हित संदिग्ध को यथासंभव सभी सुविधाओं से युक्त सरकारी क्वारेंटाइन सेंटर में रखे जाने की व्यवस्था करें. लॉ एंड आर्डर का स्ट्रेटजी बनाकर स्वार्थी तत्वों द्वारा किसी प्रकार की गड़बड़ी फैलाने की संभावना के मद्देनजर उचित संपर्क अभियान एवं पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल की तैनाती कर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया है.
मनरेगा अंतर्गत ग्रामवार कार्ययोजना तैयार करेंसीएम ने कहा कि वापस आने वाले प्रवासी मजदूरों के लिए पर्याप्त संख्या में सभी सुविधा युक्त क्वारेनटाइन सेंटर की स्थापना करें. बेरोजगारों की समस्याओं का समाधान करने के लिए पूरे राज्य में ग्रामवार मनरेगा अंतर्गत कार्य योजना तैयार कर उसके लिए पर्याप्त धनराशि की व्यवस्था करें. मनरेगा मजदूरों के लिए पर्याप्त संख्या में फेस मास्क की उपलब्धता सुनिश्चित करें. स्वास्थ्य कर्मियों को सुरक्षा उपलब्ध करायें सीएम ने आवश्यक मेडिकल उपकरणों का आकलन करते हुए उसको खरीदे जाने की सभी कार्रवाई तीन मई से पहले सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. इस क्रम में पीपीई, रैपिड टेस्टिंग किट, नये स्थापित होने वाले लैब के लिए मशीन-आवश्यक सामग्री तथा पर्याप्त संख्या में स्वास्थ्यकर्मियों की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है. साथ ही स्वास्थ्यकर्मियों को आवश्यक सुविधाएं एवं सुरक्षा उपलब्ध कराने का भी निर्दश दिया है.