मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बोले- अभी तो नेता प्रतिपक्ष नहीं है, कहीं विपक्ष ही न रहे
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राजस्थान में विधायकों की खरीद-फरोख्त के मुद्दे पर कहा कि यहां तो अब तक नेता प्रतिपक्ष भी कोई नहीं बन पाया है. यहां जो अफवाहें उड़ायी जा रही हैं, वे उलटी भी पड़ सकती हैं.
रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राजस्थान में विधायकों की खरीद-फरोख्त के मुद्दे पर कहा कि यहां तो अब तक नेता प्रतिपक्ष भी कोई नहीं बन पाया है. यहां जो अफवाहें उड़ायी जा रही हैं, वे उलटी भी पड़ सकती हैं. कहीं ऐसा न हो कि हमारे विरोधी नेता प्रतिपक्ष के लिए तरस जायें और यहां विपक्ष ही न रहे.
सीएम शुक्रवार को प्रोजेक्ट भवन में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. बाबूलाल मरांडी द्वारा पुलिस द्वारा नाहक परेशान किये जाने के आरोप पर सीएम ने कहा कि यहां पर जांच एजेंसी किस लिए है? सिर्फ तनख्वाह लेने के लिए तो नहीं है? क्या उन संस्थाओं को खत्म कर दिया जाये? सीएम ने कहा कि राजस्थान वाली रणनीति यहां नहीं चलेगी कि ईडी और इनकम टैक्स के जरिये सरकार को परेशान कर लेंगे.
धमकी से मेरे कदम नहीं रुकेंगे : सीएम को ई-मेल से जान से मारने की धमकी पर कहा : इस विषय पर मैं क्या कहूं कि इसके अंदर की असल बात क्या है? पर, ये बात मेरी संज्ञान में लायी गयी है कि कुछ लोग मेरी जान के पीछे पड़े हैं. मैंने कहा कोई बात नहीं, हम अपना काम करेगें.
बाहर से आने पर कोरेंटिन में रहना होगा : सीएम ने कहा कि बाहर से आनेवाले सभी लोग जो किसी भी रास्ते से आयेगें, उन्हें 14 दिन कोरेंटिन में रहना होगा. चाहे हवाई जहाज से आयें या सड़क से. बाबूलाल मरांडी के दिल्ली जाने के सवाल पर सीएम ने कहा कि अब बाहर से आनेवालों के लिए निर्णय लिया जा चुका है, तो सब पर यह निर्णय लागू होगा.
नक्सलियों द्वारा प्रवासी मजदूरों को अपने संगठन में जोड़ने के सवाल पर सीएम ने कहा कि अब तक ऐसी घटना नहीं हुई है. सरकार सजग है, सिस्टम पर नजर रखा जा रही है. सीएम ने कहा कि सजा पुनरीक्षण की बैठक पूरी नहीं हो पायी है. इस पर जल्द ही निर्णय लिया जायेगा. तब बताया जायेगा कि कितने कैदी रिहा होंगे. सीएम ने कहा कि बैठक जल्द करने का शिड्यूल बना हुआ है, ताकि बेवजह जेल में भीड़ न हो.
जेल में आज सबसे अधिक आदिवासी, दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक ही हैं. छूटने से पहले सभी के परिवार की आर्थिक सामाजिक स्थिति का सर्वे कर उसके अनुरूप लाभ देने का निर्देश दिया है.
सीएम को मिली हत्या की धमकी, प्राथमिकी : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को दो ई-मेल के जरिये हत्या की धमकी मिली है. सीएम को जो मेल भेजा गया है, वह डिस्पोजेबल है. उसको सिर्फ भेजनेवाला और सीएम ही अपने मेल पर देख सकते हैं.धमकी देनेवाले शख्स ने लिखा है : सीएम! आप बिल्कुल गलत कर रहे है. इस दोष के लिए आपको ‘कैपिटल पनिशमेंट’ यानी सजा-ए-मौत दी जायेगी. मेल में कुछ धार्मिक नारे भी लिखे गये हैं.
अब तक की जांच में यह बात सामने आयी है कि ई-मेल भेजने में जर्मन और स्विटजरलैंड के सर्वर एड्रेस का उपयोग किया गया है. सीएम को यह धमकी आठ जुलाई को दी गयी है. जबकि, मामले में साइबर थाना रांची में प्राथमिकी 13 जुलाई को दर्ज होने की बात सामने आयी है. मामले में साइबर थाना प्रभारी सुमित कुमार के नेतृत्व में जांच टीम बनायी गयी है. हालांकि, अब तक कुछ खास सुराग पुलिस के हाथ नहीं लगा है.
Post by : Pritish Sahay