जनवरी में हो सकता है टीएसी का गठन, प्रस्ताव तैयार, सीएम लेंगे निर्णय

झारखंड जनजातीय सलाहकार परिषद (टीएसी) का गठन किया जायेगा. इससे संबंधित प्रस्ताव जनजातीय कल्याण विभाग द्वारा तैयार किया गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 31, 2024 5:07 AM

नयी नियमावली के तहत टीएसी का गठन अब राज्यपाल की जगह मुख्यमंत्री करेंगे टीएसी में एक अध्यक्ष, एक उपाध्यक्ष के अलावा 18 सदस्य होंगे शामिल जनजातीय कल्याण विभाग के मंत्री चमरा लिंडा टीएसी के डिप्टी चेयरमैन होंगे सुनील चौधरी, रांची झारखंड जनजातीय सलाहकार परिषद (टीएसी) का गठन किया जायेगा. इससे संबंधित प्रस्ताव जनजातीय कल्याण विभाग द्वारा तैयार किया गया है. जिस पर मुख्यमंंत्री हेमंत सोरेन निर्णय लेंगे. बताया गया जनवरी के अंत तक टीएसी का गठन कर जल्द ही बैठक भी की जायेगी. उल्लेखनीय है कि पेसा कानून पर टीएसी की बैठक में चर्चा की जानी है. नयी नियमावली के तहत टीएसी का गठन अब राज्यपाल की जगह सीधे मुख्यमंत्री करेंगे. इसमें अध्यक्ष के अलावा एक उपाध्यक्ष और 18 सदस्य होंगे. मुख्यमंत्री परिषद के पदेन अध्यक्ष और सदस्य होंगे. जनजातीय कल्याण विभाग के मंत्री चमरा लिंडा परिषद के डिप्टी चेयरमैन होंगे. इनके अलावा 13 सदस्य अनुसूचित जनजाति कोटे से आनेवाले ऐसे विधायक होंगे, जिन्हें मुख्यमंत्री चुनेंगे. इनकी सदस्यता विधानसभा की सदस्यता तक कायम रहेगी. वहीं तीन सदस्य ऐसे होंगे, जिन्हें जनजातीय मामलों में रुचि, विशेष ज्ञान और अनुसूचित जनजाति कल्याण के क्षेत्र का तजुर्बा हो. मुख्यमंत्री के मनोनयन से इन तीन सदस्यों की नियुक्ति होगी. अनुसूचित जाति, जनजाति, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के प्रधान या सचिव अथवा कोई अन्य व्यक्ति, जिसे सरकार की तरफ से चुना जायेगा, वे परिषद के सचिव होंगे. नियमावली के अनुसार झारखंड में अनुसूचित जनजातियों के कल्याण एवं विकास के लिए राज्यपाल इस परिषद की सलाह ले सकेंगे. काउंसिल के सदस्यों को सरकार की तरफ से उनके कार्यों के एवज में किसी प्रकार का भुगतान नहीं किया जायेगा. एक साल में परिषद की कम से कम दो सामान्य बैठकें होंगी. हर बैठक की सूचना दस दिन पहले सदस्यों को दी जायेगी. इस बार टीएसी में बदलेंगे कई चेहरे नये टीएसी में कई चेहरे बदल जायेंगे. कई पुराने सदस्य नहीं दिखेंगे. भाजपा से मात्र दो विधायक आदिवासी हैं. बाबूलाल मरांडी व चंपाई सोरेन इन दोनों को टीएसी में जगह मिल सकती है. इस बार नीलकंठ सिंह मुंडा, सीता सोरेन, कोचे मुंडा विधानसभा के सदस्य नहीं हैं, तो इन्हें टीएसी में जगह नहीं मिलेगी. वहीं स्टीफन मरांडी, दीपक बिरूवा, भूषण तिर्की, दशरथ गगराई, विकास कुमार मुंडा, राजेश कच्छप, सोनाराम सिंकू समेत कुछ अन्य विधायक टीएसी के सदस्य बन सकते हैं.

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