रांची. जीइएल चर्च के मॉडटेर बिशप मार्शल केरकेट्टा ने शाम साढ़े पांच बजे की आराधना के दौरान कहा कि परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम किया कि उसने अपना इकलौता पुत्र जगत को दे दिया. यीशु के जन्म से पूर्व ही भविष्यवाणी में उसे सर्वसामर्थी, उद्धारकर्ता और अनंत जीवन प्रदान करनेवाला बताया गया है. प्रभु यीशु ने अपने जन्म के बाद अपने जीवन से इन भविष्यवाणियों को चरितार्थ कर दिखाया.
मृतकों को जीवन देकर अपने सामर्थ्य को प्रकट किया
बिशप मार्शल केरकेट्टा ने कहा कि प्रभु यीशु ने रोगियों को चंगाई देकर और मृतकों को जीवन देकर अपने सामर्थ्य को प्रकट किया. उसने पापियों और समाज में निकृष्ट समझे जानेवाले टैक्स कलेक्टर के पापों को क्षमा कर उन्हें अपना शिष्य बनाया. जब स्वर्ग दूतों ने धरती पर गड़ेरियों को यीशु के जन्म का समाचार सुनाया, तो वह स्वर्गिक घोषणा थी. उस रात स्वर्ग दूतों ने जो गीत गाया, उसमें कहा गया था कि धरती पर मनुष्यों को शांति मिले और स्वर्ग में परमेश्वर की महिमा हो. प्रभु के जन्म से पू्र्व लोग आशा के जीवन में नहीं थे. उनके जीवन में ईश्वरीय हस्तक्षेप नहीं था. लोग मसीहा का इंतजार कर रहे थे, जो उनके जीवन का उद्धार करेगा. वह इंतजार यीशु के जन्म के साथ पूरा हुआ था. जीइएल चर्च में बड़ी संख्या में विश्वासी पुण्यरात की आराधना में शामिल हुए. आराधना के लिए गिरजाघर को बहुत खूबसूरती से सजाया गया था.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है