Christmas 2022: 1856 में हुई थी सिस्टर्स ऑफ मर्सी ऑफ द होली क्रॉस की स्थापना
Christmas 2022: क्रिसमस पर्व की तैयारियां शुरू हो गयी है. ईसा मसीह के आगमन को लेकर ख्रीस्त विश्वासियों में उत्साह है. प्रभु यीशु के आगमन की तैयारी की जा रही है. बता दें कि 1856 में सिस्टर्स ऑफ मर्सी ऑफ द होली क्रॉस की स्थापना हुई थी.
Christmas 2022: आगमन काल परमेश्वर की अद्भुत योजना को परत दर परत खोलने व समझने का उचित समय है. सृष्टिकर्ता परमेश्वर की अपनी सृष्टि से पुन: संबंध स्थापित करने की योजना की भविष्यवाणी पुराने नियम के कई भविष्यवक्ताओं द्वारा की गयी थी. इसमें मुख्यत: हम निम्न भविष्यवाणियों का स्मरण करते हैं, यशायाह 7:14 ‘इस कारण प्रभु आप ही तुमको एक चिह्न देगा. सुनो, एक कुमारी गर्भवती होगी और पुत्र जनेगी, और उसका नाम इम्मानुएल रखेगी.’ यह पद हमें स्पष्ट करता है कि परमेश्वर के एकलौते पुत्र का आगमन एक कुंवारी के माध्यम से होगा. यशायाह 9:6 ‘क्योंकि हमारे लिए एक बालक उत्पन्न हुआ, हमें एक पुत्र दिया गया है और प्रभुता उसके कांधे पर होगी, और उसका नाम अद्भुत युक्ति करनेवाला पराक्रमी परमेश्वर, अनंतकाल का पिता, और शांति का राजकुमार रखा जाएगा.’ यह भविष्यवाणी उस बालक के देहधारण की योजना के मकसद को स्पष्ट करता है.
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1856 में हुई थी सिस्टर्स ऑफ मर्सी ऑफ द होली क्रॉस की स्थापना
सिस्टर्स ऑफ मर्सी ऑफ द होली क्रॉस धर्मसमाज की स्थापना 1856 में स्विट्जरलैंड में मदर अन्ना मारिया थेरेसा शेरर व फादर थियोडोसियस ने की थी. कलीसिया ने मदर शेरर को 29 अक्टूबर 1995 को धन्य घोषित किया. इस कांग्रीगेशन की धर्मबहनें वर्ष 1894 में बेतिया और 1959 में रांची आयीं. बर्दवान कंपाउंड में 2010 में एक इंग्लिश मीडियम स्कूल खोला. इसका प्रबंधन सिस्टर्स ऑफ मर्सी ऑफ होली क्रॉस इंस्टीट्यूट, हजारीबाग (मध्य प्रांत) द्वारा किया जाता है. कांग्रीगेशन की सदस्य उत्तरी और दक्षिण अमेरिका, अफ्रीका, यूरोप और एशिया में कार्यरत हैं.