रांची. इस महंगाई के दौर में चकाचौंध से दूर रहें. क्रिसमस में परिवार के लिए खर्च जरूर करें, लेकिन वैसे वंचित लोगों के बारे में भी सोचें जो अभाव में खुद के लिए कुछ नहीं कर पा रहे. यह क्रिसमस हमें याद दिलाता है कि प्रभु यीशु गोशाला में जन्म लेकर अपने दीन-हीन होने का परिचय दिया. इसलिए गरीबों की सेवा व उनके साथ क्रिसमस मनाने को पहली प्राथमिकता दें. ये बातें सीएनआइ छोटानागपुर डायसिस के बिशप बीबी बास्के ने कहीं. वे चर्च रोड स्थित संत बरनाबास अस्पताल में आयोजित क्रिसमस गैदरिंग में बोल रहे थे. कार्यक्रम में जर्मनी से आये तीन प्रतिनिधि भी शामिल हुए. नर्सिंग की छात्राओं ने क्रिसमस आधारित कार्यक्रम पेश किये. इस अवसर पर डायसिस उपाध्यक्ष सिकंदर नाग, सचिव जोलजस कुजूर, रेव्ह अनिल डाहंगा, रेव्ह सामुएल नाग, रेव्ह सामुएल भुईयां, रेव्ह एस डेविड, सैमसंग आरोहण, प्राचार्या ममता सोरेंग, जगरानी एक्का, डॉ केनेथ, डॉ निशांत कंडुलना, डॉ स्टीफन हांसदा, संत पॉल्स कॉलेज के प्राचार्य डॉ अनुज तिग्गा उपस्थित थे.
चेशायर होम में क्रिसमस गैदरिंग
चेशायर होम में बुधवार को एनुअल डे सह क्रिसमस गैदरिंग मनाया गया. इस अवसर पर चेशायर होम के बच्चों ने अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से सभी का मन मोह लिया. इस अवसर पर आर्चबिशप विसेंट आईंद ने कहा कि ईश्वर ने हमें इतना प्यार किया कि उसने अपने एकलौते पुत्र को दे दिया. इस प्रकार ईश्वर खुद मनुष्य बन कर हमारे बीच रहा और हमें मुक्ति प्रदान किया. जरूरत है कि हम एक दूसरे के बीच क्रिसमस की खुशियां बांटे. इस अवसर पर नेशनल काउंसिल ऑफ चेशायर होम के अनूप कुरूविला ने चेशायर होम के क्रियाकलापों का ब्यौरा दिया. ऑस्ट्रेलिया से आए दानिएल, अमित अग्रवाल, फादर विनय केरकेट्टा, फादर वाल्टर किस्पोट्टा, सिस्टर बिमला, चेशायर होम के निदेशक, सिस्टर वेरोनिका, आर्चबिशप के सचिव फादर असीम मिंज सहित अन्य उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है