प्रतिनिधि, डकरा एनके एरिया के लिए रोहिणी और चूरी परियोजना को कोयला खनन के लिए सोमवार को डीजीएमएस से अनुमति मिलना लगभग सुनिश्चित है. मामले को लेकर एनके एरिया के महाप्रबंधक सुजीत कुमार और सीसीएल मुख्यालय के अधिकारी पिछले एक सप्ताह से लगातार डीजीएमएस कार्यालय के संपर्क में थे. उन्होंने कहा कि सभी संबंधित औपचारिकताएं पूरी कर दी गयी हैं. फाइल का पाॅजीटिव मूवमेंट हो गया है. यही नहीं चूरी में चलाये जानेवाले मैन राइडिंग व्हीकल को लेकर भी बहुत जल्द काम पूरा हो जायेगा. मैन राइडिंग व्हीकल ऑस्ट्रेलिया से मंगाया गया है. इसके शुरू होते ही चूरी झारखंड का एकलौता ऐसा भूमिगत खदान होगा, जहां कर्मी मैन राइडिंग व्हीकल से खदान के भीतर काम करने जायेंगे. वहीं दूसरी ओर कंसर्न टू ऑपरेट नहीं मिलने के कारण दिसंबर महीने से बंद रोहिणी परियोजना को लेकर 27 अप्रैल को स्टेट लेबल इनवायरमेंट इंपैक्ट एसेसमेंट ऑथोरिटी (सिया) की बैठक हुई थी. जानकारी अनुसार कमेटी में बैठे छह लोगों ने सिया के मानकों को पूरा करनेवाले सभी औपचारिकताओं का अध्ययन करने के बाद संतुष्ट हैं. बैठक का मिनट्स सीसीएल मुख्यालय को प्राप्त हो गया है. जिसमें कमेटी सदस्यों के सकारात्मक टिप्पणी की जानकारी मिली है. नियमानुसर अगले सप्ताह इनवायरमेंट क्लीयरेंस का लिखित आदेश सीसीएल को प्राप्त हो जायेगा. इसके बाद कोयला खदान में सामान्य तरीके से काम चालू कर दिया जायेगा. संबंधित आदेश मिलने के बाद चूरी और रोहिणी की उम्र अगले तीन साल के लिए बढ़ जायेगी. यह एनके एरिया के लिए बहुत राहत भरी खबर है.
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