अमन तिवारी, रांची़ राज्य के विभिन्न जिलों में अफीम की खेती का समय प्रारंभ हो चुका है. इसे रोकने के लिए सीआइडी मुख्यालय के स्तर से एक्शन प्लान तैयार किया गया है. इसके आधार पर संबंधित जिलों के एसपी को कार्रवाई की जिम्मेवारी दी गयी है. कार्रवाई को लेकर सीआइडी मुख्यालय ने साप्ताहिक रिपोर्ट भी मांगी है. सीआइडी के एक्शन प्लान के अनुसार खेती के लिए चिह्नित नये इलाके में निगरानी रखने का टास्क दिया गया है. वैसे स्थानों पर भी निगरानी रखने को कहा गया है, जहां इसकी खेती पूर्व में हो चुकी है या वहां पर अफीम की खेती को नष्ट किया गया हो. सीआइडी मुख्यालय ने जिलों के एसपी से कहा है कि पूर्व के वर्षों में भी आप सभी के माध्यम से अवैध अफीम की खेती नष्ट की जाती रही है. बावजूद इसकी खेती पर पूरी तरह से राेकथाम नहीं लग पा रही है. इसलिए अफीम की खेती पर प्रभावी तरीके से नियंत्रण लगाने की आवश्यकता है. खेती के संबंध में सूचना एकत्र कर इलाके में लगातार सत्यापन कर अफीम की खेती को नष्ट करने का भी निर्देश दिया गया है. सीआइडी मुख्यालय द्वारा जिलों के एसपी को यह भी बताया गया है कि मामले को लेकर गृह मंत्रालय के साथ-साथ हाइकोर्ट द्वारा भी इस समस्या पर निगरानी रखी जा रही है. इसलिए प्रत्येक सप्ताह अफीम की खेती को नष्ट करने से संबंधित रिपोर्ट भेजी जाये. रिपोर्ट तैयार कर भेजने के लिए एक फॉर्मेट भी उपलब्ध कराया गया है. इसमें जिस स्थान पर अफीम की खेती जा रही है. उस गांव का नाम, थाना क्षेत्र, जिला का नाम, भूमि का प्रकार, केस के आरोपी और गिरफ्तार लोगों के बारे में पूरा ब्योरा उपलब्ध कराना है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है