प्रणव (रांची). सीजीएल परीक्षा में हुई गड़बड़ी के साथ ही जेएसएससी द्वारा गड़बड़ी को लेकर सरकार को भेजी गयी रिपोर्ट की जांच सीआइडी करेगी. इसको लेकर सीआइडी आइजी सुदर्शन मंडल के नेतृत्व में जांच टीम गठित की गयी है. सोमवार को बैठक में सीएम हेमंत सोरेन ने डीजीपी अनुराग गुप्ता को निर्देश दिया था. सीजीएल को लेकर रातू थाना में 20 दिसंबर को दर्ज केस को सीआइडी टेकओवर कर जांच करेगी. इसके अलावा भी कहीं पर कोई केस दर्ज होगा, तो उसकी जांच भी सीआइडी करेगी. इस मामले में पिछले दिनों हाइकोर्ट ने जांच का आदेश दिया था.
रातू थाना में 20 दिसंबर को दर्ज करायी गयी थी प्राथमिकी
रातू थाना में 20 दिसंबर को हजारीबाग सारुकुदर मंगरों निवासी ट्यूटर राजेश प्रसाद ने 21 नवंबर को विभिन्न जिलाें में आयोजित जेएसएससी की सीजीएल परीक्षा में गड़बड़ी और पेपर लीक मामले को लेकर एक मोबाइल धारक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी थी. इसमें श्री प्रसाद ने अपने छात्र और अभ्यर्थी गिरिडीह महतोडीह निवासी रामचंद्र मंडल के हवाले से कहा है कि 22 नवंबर को उसने बताया कि जब वह बलियापुर केंद्र पर पहुंचा, तो देखा कि परीक्षा शुरू होने से पूर्व एक अज्ञात व्यक्ति मोबाइल से बात कर कुछ लिख रहा था. उसने अपनी मोबाइल से उसकी तसवीर उतार ली. यह देख कर वह कागज फाड़ कर फरार हो गया. इसी तरह की घटना कुमार बीएड कॉलेज धनबाद, हजारीबाग के दुमरौंन और रातू स्थित मखमंदरो केंद्र पर भी देखने को मिली. अभ्यर्थी आशीष ने इसकी वीडियो क्लिप बना ली. बाद में उसने इसकी मिलान की, तो पेपर लीक का मामला सच साबित हुई. उन्होंने प्राथमिकी में सवाल खड़ा किया कि जब सरकार ने इंटरनेट सेवा बंद करा दी थी, तो आरोपी का दूसरे मोबाइक धारक से कैसे बात हो रही थी. इस रातू थाना में दर्ज केस के अनुसंधानकर्ता डीएसपी अमर कुमार पांडेय हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है