Ranchi News: गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रही हेवी इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन (HEC) के अधिकारी तीन महीने से वेतन के लिए आंदोलन कर रहे हैं. अधिकारी मेन गेट पर ही आंदोलन कर रहे हैं. शुक्रवार को सुबह सीआईएसएफ के अधिकारी मेन गेट को खाली करवाने पहुंचे. एचईसी के आंदोलनरत अधिकारियों ने इसका विरोध किया. सीआईएसएफ के अधिकारी ने आंदोलन कर रहे अधिकारियों से कहा कि आंदोलन करना आपका अधिकार है. मेन गेट को खाली कर दें. लेकिन, अधिकारी-कर्मचारी आंदोलन पर अड़े रहे. इसके बाद सीआईएसएफ के अधिकारियों ने जबरन उनकी दरी मुख्य गेट से हटा दिया.
सीआईएसएफ के अधिकारियों ने कहा कि आप पास में अपना आंदोलन जारी रख सकते हैं. हालांकि, इस दौरान एक अधिकारी ने सीआईएसएफ के सीनियर ऑफिसर से कहा कि आप हमें जबरन हटा रहे हैं. आप हम पर गोली चलाने का आदेश भी दे सकते हैं. इसके बाद एचईसी के अधिकारियों की ओर से एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा गया कि आंदोलन कर रहे अफसरों की सीआईएसएफ के साथ झड़प हुई. कर्मचारियों ने एक वीडियो भी जारी किया, जिसमें दिख रहा है कि सीआईएसएफ के अधिकारी तिरपाल उठाकर जा रहे हैं और आंदोलन कर रहे कर्मचारी उनसे उसे छीनने की कोशिश कर रहे हैं.
इतना ही नहीं, एक आंदोलनकारी सीआईएसएफ के पदाधिकारी से बहस भी कर रहे हैं. इसमें वह कह रहे हैं कि 90 दिनों के बाद आप लोगों को पता चला है कि यहां गेट भी है. 90 दिनों से गेट बंद था, तो आपलोगों ने कुछ नहीं किया. इसके बाद सीआईएसएफ ने कहा कि आपलोग धरना देना चाहते हैं, तो दें. उसमें कोई दिक्कत नहीं है. लेकिन जो तामझाम (बैनर, पोस्टर) लगाया जा रहा है, उसे हटा लीजिए. इससे हमें परेशानी होती है. आप हमारी ड्यूटी में बाधा डाल रहे हैं. मेन गेट पर धरना-प्रदर्शन गलत है. यह जो रास्ता है, वह एक्सेस कंट्रोल है, जो सीआईएसएफ के अंडर में है.
शाम को सीआईएसएफ की ओर से एक विज्ञप्ति जारी कर कहा कि उसके अधिकारियों ने एचईसी के आंदोलनरत कर्मचारियों को सिर्फ मुख्य गेट खाली करने के लिए कहा था. इसका उन्होंने विरोध किया. एचईसी के कर्मचारी इससे आक्रामक हो गये और अपना आक्रोश व्यक्त करने लगे. उनसे कहा गया है कि वे गेट के बगल में धरना जारी ख सकते हैं, ताकि परिचालन में कोई बाधा न आये. आंदोलन कर रहे अधिकारी और कर्मचारी मान गये हैं और बगल में धरना जारी रखने पर सहमत हो गये हैं.