10वीं का रिजल्ट पांच फीसदी गिरा, फर्स्ट डिवीजन वाले 64 हजार कम हुए
राज्य में इस वर्ष मैट्रिक पास करनेवाले विद्यार्थियों की संख्या में पांच फीसदी की कमी आयी है. इस वर्ष परीक्षा में 90.39 फीसदी परीक्षार्थी सफल रहे. जबकि, वर्ष 2021 से 2023 तक लगातार मैट्रिक का रिजल्ट 95 फीसदी से अधिक रहा.
सुनील कुमार झा (रांची). राज्य में इस वर्ष मैट्रिक पास करनेवाले विद्यार्थियों की संख्या में पांच फीसदी की कमी आयी है. इस वर्ष परीक्षा में 90.39 फीसदी परीक्षार्थी सफल रहे. जबकि, वर्ष 2021 से 2023 तक लगातार मैट्रिक का रिजल्ट 95 फीसदी से अधिक रहा. इस वर्ष परीक्षा में पिछले वर्ष की तुलना में लगभग नौ हजार कम परीक्षार्थी शामिल हुए थे. प्रथम श्रेणी से परीक्षा पास करनेवालों की संख्या में रिकाॅर्ड कमी आयी है. वर्ष 2023 की तुलना में प्रथम श्रेणी से परीक्षा पास करनेवाले विद्यार्थियों की संख्या में 64803 की कमी आयी है. वर्ष 2023 में कुल 4,27,294 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए थे, जिसमें से 2,69,913 परीक्षार्थी प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुए थे. इस वर्ष कुल 4,18,623 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए थे, इनमें से 2,05,110 परीक्षार्थी प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुए. वहीं, इस वर्ष की परीक्षा में द्वितीय व तृतीय श्रेणी से पास करनेवाले विद्यार्थियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. वर्ष 2023 में कुल 1,26,563 परीक्षार्थी द्वितीय श्रेणी से व 11,0,83 परीक्षार्थी तृतीय श्रेणी से सफल हुए थे. इस वर्ष इसमें बढ़ोतरी हुई है. इस वर्ष 1,53,733 परीक्षार्थी द्वितीय व 19555 परीक्षार्थी तृतीय श्रेणी से सफल हुए हैं.
वर्ष 2020 में 75 फीसदी हुआ था रिजल्ट :
राज्य में वर्ष 2020 में कोविड के पहले के पैटर्न पर परीक्षा हुई थी. वर्ष 2020 में मैट्रिक का रिजल्ट 75 फीसदी था, इस वर्ष 90.39 फीसदी हैं.कोविड के बाद का पैटर्न :
कोविड के दौरान राज्य में लगभग दो वर्ष तक स्कूलों में पठन-पाठन बाधित रहा. एक वर्ष स्कूल बंद रहा. इसे देखते हुए परीक्षा पैटर्न में बदलाव किया गया था. इसके तहत कुल सौ अंक की परीक्षा में 40 अंक की परीक्षा ओएमआर शीट पर और 40 अंक की परीक्षा उत्तरपुस्तिका पर ली जाती थी. ओएमआर शीट पर ली जानेवाली परीक्षा में सभी प्रश्न एक अंक के व बहुविकल्पीय होते थे.इस वर्ष का परीक्षा पैटर्न :
इस वर्ष ओएमआर शीट पर परीक्षा नहीं ली गयी थी. एक अंक के प्रश्नों की संख्या भी 40 से घटाकर पूर्व की भांति 30 कर दी गयी थी. परीक्षा उत्तरपुस्तिका पर ली गयी. बहुविकल्पीय प्रश्नों की संख्या कम हो गयी.वर्ष 2024 का रिजल्ट एक नजर में
कुल आवेदित परीक्षार्थियों की संख्या—-4,21,678परीक्षा में सम्मिलित परीक्षार्थियों की संख्या—-4,18,623परीक्षा में उत्तीर्ण परीक्षार्थियों की संख्या—-3,78,398प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण परीक्षार्थियों की संख्या—-2,05,110द्वितीय श्रेणी से उत्तीर्ण परीक्षार्थियों की संख्या—-1,53,733
तृतीय श्रेणी से उत्तीर्ण परीक्षार्थियों की संख्या—-19555परीक्षाफल प्रतिशत—-90.39