सफाईकर्मियों को मास्क व ग्लव्स नहीं, संक्रमण का खतरा
शहर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने में रांची नगर निगम के 2200 सफाईकर्मी लगे हैं. इनमें अधिकतर सफाई कर्मियों को अप्रैल माह के बाद से निगम द्वारा मास्क व ग्लव्स नहीं दिया गया है. इस कारण अधिकतर सफाईकर्मी कोरोना काल में बिना मास्क व ग्लव्स के सफाई करने को विवश हैं. ऐसे में इन्हें संक्रमण का ज्यादा खतरा रहता है.
रांची : शहर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने में रांची नगर निगम के 2200 सफाईकर्मी लगे हैं. इनमें अधिकतर सफाई कर्मियों को अप्रैल माह के बाद से निगम द्वारा मास्क व ग्लव्स नहीं दिया गया है. इस कारण अधिकतर सफाईकर्मी कोरोना काल में बिना मास्क व ग्लव्स के सफाई करने को विवश हैं. ऐसे में इन्हें संक्रमण का ज्यादा खतरा रहता है.
वहीं कइयों के मास्क व ग्लव्स फट गये हैं, जिसे सिलाई कर वे किसी तरह काम चला रहे हैं. ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सफाई कर्मियों को कोरोना वरियर्स कहा है. साथ ही इनका सम्मान करने को कहा है, लेकिन निगम द्वारा इनकी सुरक्षा का ख्याल नहीं रखा जा रहा है.
दुपट्टा बांध कर रही सफाई : निगम से मास्क नहीं मिलने के कारण महिला सफाईकर्मी दुपट्टा से मुंह बांध कर झाड़ू लगाने को मजबूर हैं.
कर्मियों की जांच भी नहीं करायी जा रही
कोरोना के मद्देनजर आम लोगों से (बहुत जरूरी नहीं हो तो) घरों से बाहर नहीं निकलने की अपील की जा रही है. लोगों से छह फीट की दूरी का पालन करने व मास्क व ग्लव्स लगाने की अपील की जा रही है. दूसरी ओर प्रतिदिन घर-घर जाकर जाकर कचरा उठानेवाले कर्मियों के पास मास्क व ग्लव्स नहीं है. इन सफाई कर्मियों की कोरोना की जांच भी नहीं करायी गयी है.