जमशेदपुर : मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कोल्हान के अपने पहले आधिकारिक दौरे पर शुक्रवार को तीन जिलों के 24,827 अबुआ आवास धारकों के अकाउंट में 74.48 करोड़ रुपये स्थानांतरित कर बड़ी सौगात दी. बिष्टुपुर स्थित गोपाल मैदान में आयोजित समारोह में तीन जिलों के लाभुक मौजूद थे. अपने संबोधन में चंपाई सोरेन ने कहा कि झारखंड में हेमंत पार्ट-2 की सरकार गांव से ही चलेगी. उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन आंदोलनकारी शिबू सोरेन के पुत्र हैं, अन्याय के साथ उन्होंने न समझौता किया है न करेंगे. अन्याय से समझौता नहीं करने की वजह से ही हेमंत बाबू को जेल जाना पड़ा. उन्होंने कहा कि सच्चाई सामने आयेगी और हेमंत सोरेन बेदाग जेल से बाहर निकलेंगे. महागठबंधन ने जो जिम्मेदारी उन्हें दी है, वे उसका पूरी ईमानदारी से निर्वहन करेंगे. हमारी सरकार हर गरीब और जरूरतमंद के साथ खड़ी रहेगी. हम चाहते हैं कि झारखंड की खनिज संपदा का उचित उपयोग हो, ताकि हमारा प्रदेश विकसित बने. ये आपकी सरकार है. उन्होंने कहा कि झारखंड को सजाना-संवारना हमारा काम है. हेमंत बाबू के जेल जाने के बाद जो काम अधूरे रह गये हैं, उसे हम पूरा करेंगे. सरकार की सभी योजनाएं हैं, समय सीमा के अंदर पूरी होंगी. आंदोलनकारियों के त्याग से झारखंड बना है, हम सबको मिलकर इसको संवारना है.
मुख्यमंत्री ने बच्चों से अपील करते हुए कहा कि वे बेहतर शिक्षा हासिल करें. इसके लिए हेमंत सोरेन ने जो परिकल्पना की, हेमंत सोरेन के दूरदर्शी कार्यों की वजह से विपक्ष घबरा गया. मुद्दा विहीन भाजपा को लगा कि अब वे चुनाव में किस मुंह से गांव जायेंगे, इसलिए साजिश के तहत केंद्रीय एजेंसियों के सहारे हेमंत सोरेन को जेल में बंद कर दिया.
झारखंड में नहीं बनेगी अब भाजपा सरकार
मुख्यमंत्री पूर्व की भाजपा सरकारों पर हमला बोलते हुए कहा कि डबल इंजन की कई सरकारें आयीं. अब उनका एक इंजन खराब हो चुका है. यह इंजन अब कभी ठीक नहीं होगा. झारखंड में भाजपा की सरकार नहीं बनेगी. उन्होंने कहा कि इन लोगों ने झारखंड को लूटा, बदनाम किया. ये लोग भ्रष्टाचार की बात करते हैं. हेमंत सोरेन ने झारखंड में विकास किया. आमलोगों के हित में योजनाएं बनायीं. उसे लागू करने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों को पंचायतों तक भेजा. केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री आवास देने से मना कर दिया, तो हेमंत बाबू ने अपने दम पर अबुआ आवास योजना की परिकल्पना की. आज इसकी शुरुआत भी हो गयी है.
सीएम ने कहा कि सभी योजनाओं में गांव ही फोकस होगा. गांव के लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए उनके दरवाजे पर प्रशासन के लोग खड़े मिलेंगे. उन्होंने कहा कि आदित्यपुर की निजी कंपनियों में 85 प्रतिशत रोजगार आदिवासी-मूलवासियों को प्रदान करने होंगे. राज्य में विधि-व्यवस्था बनी रहे, यह सरकार की प्राथमिकता है. अबुआ आवास में यदि किसी भी अधिकारी ने पैसों का लेन-देन किया, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई से पीछे नहीं हटेंगे.
कोई नहीं रहेगा बेघर, पहले चरण में देंगे 20 लाख घर
मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि झारखंड का कोई भी गरीब बिना घर के नहीं रहेगा. पहले चरण में 20 लाख अबुआ आवास बनाकर देंगे. उन्होंने अधिकारियों को नसीहत दी कि आवेदन के अनुरूप ही लाभुकों का चयन हो. किसी गरीब के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि योजना में किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं होनी चाहिए, यह अधिकारी सुनिश्चित करें.