Ranchi News: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने तत्कालीन कार्यपालक अभियंता गुमानी रविदास, सेवानिवृत्त प्रभारी कार्यपालक अभियंता देवदर्शन सिंह व सहायक सुनील कुमार के खिलाफ अभियोजन की स्वीकृति दी है. मामला रामगढ़ जिला में महिला आइटीआइ निर्माण के लिए प्राक्कलित राशि 80.77 लाख रुपये के विरुद्ध 50 लाख रुपये के भुगतान का है. जांच के क्रम में कार्य की गुणवत्ता व मापी में कमी पायी गयी. साथ ही वित्तीय अनियमितता का मामला भी सामने आया.
भुगतान किये गये 50 लाख रुपये के विरुद्ध अधिकतम मूल्यांकन 34 लाख रुपये ही पाया गया. जबकि, अभियंताओं ने कार्य के विरुद्ध पूरी राशि व्यय होने की बात दर्शायी थी. तीनों अभियंताओं पर 15 लाख रुपये के गबन का मामला थाना में दर्ज कराया गया था. इसी तरह पुरुष आइटीआइ, रामगढ़ के निर्माण की प्राक्कलित राशि 3.35 करोड़ रुपये के विरुद्ध 3.15 करोड़ रुपये का भुगतान निर्माण करने वाली एजेंसी को किया गया था.
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इस योजना की जांच के क्रम में कराये गये कार्यों व मापी पुस्तिका में दर्ज मापी में अंतर पाया गया. इस आलोक में अभियंताओं को अभियुक्त बनाते हुए सरकारी पद का दुरुपयोग, आपराधिक षडयंत्र, धोखाधड़ी, प्रक्रियाओं का उल्लंघन और सुनियोजित ढंग से वित्तीय अनियमितता करते हुए सरकारी राशि गबन करने का आरोप गठित किया गया है.