रांची पहुंचे सैकड़ों JMM कार्यकर्ताओं से बोले CM हेमंत सोरेन- विपक्ष की साजिश का जवाब देने का आया समय
सीएम हेमंत सोरेन को ईडी की ओर से समन भेजे जाने से JMM कार्यकर्ता काफी नाराज हैं. राज्य के विभिन्न क्षेत्र से सैकड़ों की संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं का जुटान रांची के कांके रोड स्थित सीएम आवास के बाहर हुआ है. वहीं, सीएम ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि इनके साजिश का जवाब देने का समय आ गया है.
CM हेमंत सोरेन को ED की ओर से समन भेजे जाने के खिलाफ JMM कार्यकर्ता सड़क पर उतर आये हैं. गुरुवार को रांची के कांके रोड स्थित सीएम आवास में सैकड़ों पार्टी कार्यकर्ताओं का जुटान हुआ. इस दौरान ईडी और विपक्ष के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई. वहीं, सीएम हेमंत सोरेन ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्हें हर स्थिति में तैयार रहने को कहा. उन्होंने कहा कि विपक्ष के कारनामे को राज्य की जनता देख रही है. चुनाव के वक्त इसका माकूल जवाब भी देगी.
राज्य के विरोधियों को यहां से बाहर जान होगापार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि दिशोम गुरु, अगुवा साथियों और वीर क्रांतिकारियों के संघर्ष से हमें झारखंड अलग राज्य मिला. अब वर्तमान सरकार की सक्रियता के कारण 1932 खतियान आधारित स्थानीयता और आरक्षण में बढ़ोतरी हमें मिलेगी, तो इससे विपक्ष घबरा गया है. यही कारण है येन-केन-प्रकारेण विपक्ष साजिश रचकर राज्य की जनता द्वार चुनी गयी सरकार को अपदस्थ करना चाहती है. कहा कि राज्य के विरोधियों को सर छुपाने के लिए अब राज्य से बाहर जाना होगा.
सीएम श्री सोरेन ने कहा कि विपक्ष के राजनैतिक साजिश का जवाब देने का समय आ गया है. राज्य विरोधियों के हथकंडों को हम कभी कामयाब होने नहीं देंगे. कहा कि विपक्ष ईडी, सीबीआई या अन्य माध्यम को मोहरा बनाकर इस सरकार को परेशान करने की कोशिश कर रही है, लेकिन हम घबराने वाले नहीं हैं. JMM कई संघर्षों की उपज है. इसलिए विरोधियों को इसका मुंहतोड़ जवाब देना होगा.
हमारे पूर्वजों ने कभी हारना नहीं सिखायाउन्होंने कहा कि संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर किस तरह से एक आदिवासी मुख्यमंत्री को परेशान किया जा रहा है. यह उजागर हो गया है. कहा कि मुझे परेशान करने की कोशिश के पीछे विपक्ष की एक ही सोच है कि दलित, आदिवासी, पिछड़ा और अल्पसंख्यक को हक न मिले. लेकिन, हमारे पूर्वजों ने कभी हारना नहीं सिखाया. इधर, जेएमएम ने आगामी पांच नवंबर को राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में धरना-प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है.