बिजली संकट पर सीएम हेमंत सोरेन सख्त, ऊर्जा सचिव से बोले- पैसा लगता है तो लगने दें पर कटौती न हों
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि बिजली की मांग बढ़ गयी है, तो बाहर से बिजली खरीद कर आपूर्ति करें. उन्होंने कहा कि अगले तीन महीने की प्लानिंग के साथ 600 मेगावाट बिजली खरीदें
गर्मी के कारण राज्य में लगातार बिजली की मांग बढ़ती जा रही है. मंगलवार से राज्य में लोड शेडिंग कर बिजली की आपूर्ति हो रही थी. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसे गंभीरता से लिया. उन्होंने ऊर्जा सचिव अविनाश कुमार से बिजली संकट के संबंध में जानकारी ली. ऊर्जा सचिव द्वारा कहा गया कि बिजली की मांग बढ़ गयी है. 300 से 400 मेगावाट तक अतिरिक्त बिजली की मांग हो गयी है. इस कारण लोड शेडिंग करनी पड़ रही है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिजली की मांग बढ़ गयी है, तो बाहर से बिजली खरीद कर आपूर्ति करें. उन्होंने कहा कि अगले तीन महीने की प्लानिंग के साथ 600 मेगावाट बिजली खरीदें. पैसा लगता है तो लगने दें पर बिजली कटौती न हो. जनता को बिजली अबाधित रूप से मिलती रहे इसकी व्यवस्था करें.
इधर सीएम से निर्देश मिलते ही ऊर्जा सचिव सह सीएमडी झारखंड ऊर्जा विकास निगम अविनाश कुमार ने झारखंड बिजली वितरण निगम को अविलंब 600 मेगावाट बिजली खरीदने का निर्देश दिया. शुक्रवार की शाम तक 140 मेगावाट अतिरिक्त बिजली पावर एक्सचेंज मिला. बताया गया कि 600 मेगावाट बिजली उपलब्ध नहीं है. पर जेबीवीएनएल द्वारा डिमांड भेज दिया गया है. जैसे-जैसे बिजली मिलती जायेगी आपूर्ति सुनिश्चित की जायेगी.
शेडिंग जारी, शाम में थोड़ी राहत मिली : इधर, राज्यभर में बिजली की लोड शेडिंग जारी रही. शाम छह बजे के बाद कुछ हद तक हालात सुधरे हैं. पावर एक्सचेंज से 140 मेगावाट अतिरिक्त बिजली मिली. वहीं सिकिदिरी हाइडल से 100 मेगावाट बिजली मिली. इसके बावजूद लगभग 100 मेगावाट की कमी रही.