सीएम हेमंत ने केंद्र सरकार को घेरा, बोले- कोरोना महामारी को राष्ट्रीय आपदा घोषित न करना समझ से परे

all opposition party meeting today news : कोरोना जैसी महामारी को राष्ट्रीय आपदा घोषित नहीं करना समझ से परे : हेमंत. सोनिया गांधी ने की विपक्षी दलों के नेताओं के साथ बैठक. कांग्रेस समेत 19 विपक्षी दल के नेता बैठक में हुए शामिल.

By Prabhat Khabar News Desk | August 21, 2021 10:03 AM

Hemant Soren on coronavirus रांची : कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को विपक्षी दलों के नेताओं के साथ बैठक कर भाजपा के खिलाफ एकजुट होने की अपील की. इस बैठक में झारखंड मुक्ति मोर्चा की तरफ से हेमंत सोरेन भी शामिल हुए. रांची से वर्चुअल मोड में जुड़े सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी को भारत सरकार राष्ट्रीय आपदा घोषित करे. केंद्र सरकार ने इसे अबतक राष्ट्रीय आपदा घोषित नहीं किया है, जो समझ से परे है.

हम सभी को कोरोना वैश्विक महामारी को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग करनी चाहिए. इस महामारी में जितने लोगों की जान गयी है, उनके परिजनों को केंद्र सरकार मुआवजा दे. जिन लोगों ने जीवन बचाने के लिए जमीन-जायदाद, गहने इत्यादि बेचकर इलाज कराया है, उनके पास जीवन-यापन के लिए एक रुपया नहीं बचा है. उनका भविष्य कैसे सुरक्षित हो, यह चिंता का विषय है.

हेमंत सोरेन ने कहा कि सत्र में सांसदों की बातों को नजरअंदाज करना लोकतंत्र के लिए घातक है. उन्होंने कहा कि विपक्ष की एकता को और ज्यादा ताकतवर बनाने की जरूरत है. देश के अंदर और बाहर कई ऐसे मुद्दे हैं, जिससे केंद्र सरकार को मजबूती के साथ घेरा जा सकता है. विपक्ष के पास मुद्दों की कमी नहीं है.

बीजेपी ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई ऐसे फैसले लिये हैं, जो देश हित में नहीं है. देश की सभी संस्थाओं को केंद्र सरकार ने अपनी जेब में कर रखा है. सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ जो घटना घटी, वह निंदनीय है. हम सभी लोगों को उनके साथ मजबूती से खड़ा रहने की आवश्यकता है. केंद्र सरकार की हर गलत नीतियों का विरोध हमें संयुक्त रूप से मिलकर करना चाहिए.

सौतेला व्यवहार कर रही है केंद्र सरकार :

श्री सोरेन ने कहा कि देश के सभी गैर भाजपा शासित राज्यों के साथ केंद्र सरकार सौतेला व्यवहार कर रही है. मैं खुद इसका भुक्तभोगी हूं.

देश में गरीब, मजदूर, किसान एवं अल्पसंख्यक वर्ग विपक्ष की तरफ आशा भरी निगाहों से देख रहे हैं. पेगासस जैसे मुद्दों से मजदूरों और किसानों का कोई लेना-देना नहीं है. विपक्ष को किसान नीति, मजदूरों को रोजगार और नौजवानों को नौकरी तथा स्वरोजगार जैसे मुद्दों पर गोलबंद होकर केंद्र सरकार के खिलाफ आवाज उठाना होगा. महंगाई आसमान छू रही है और लोगों के हाथों से नौकरियां जा रही हैं. इन मुद्दों को जोरदार तरीके से उठाना होगा.

Posted by : Sameer Oraon

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