CM हेमंत सोरेन का विपक्ष पर निशाना, कहा- पहले अपनी गढ़ की चिंता करें, हमारी चिंता करने की जरूरत नहीं
झारखंड क मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा. कहा कि पहले वो अपनी गढ़ की चिंता करे. उन्हें हमारी गढ़ की चिंता की जरूरत नहीं है. जल्द ही विपक्ष का गढ़ भी खत्म हो जाएगा. वहीं, बुधवार को साहिबगंज के पतना में ग्राम प्रधानों के सम्मान समारोह में शामिल हुए.
Jharkhand News: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दो दिवसीय दौरे पर संताल परगना में हैं. बुधवार को साहिबगंज के पतना में ग्राम प्रधानों के साथ-साथ लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं को सुनकर समाधान का निर्देश पदाधिकारियों को दिया. वहीं, विपक्ष पर भी जमकर निशाना साधा. कहा कि विपक्ष अपनी गढ़ की चिंता करें. मेरी गढ़ की चिंता करने की जरूरत नहीं. कहा कि विपक्ष का गढ़ जल्द खत्म होने वाला है.
गांव में डुगडुगी बजाकर योजनाओं का दिलाया जाएगा लाभ
साहिबगंज के पतना में सीएम हेमंत सोरेन ग्राम प्रधानों के सम्मान समारोह में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि मांझी हडाम, नायकी, गोड़ैत, ग्राम प्रधान आदि का सम्मेलन बुलाकर जिला पदाधिकारी विस्तृत रूप से उन्हें सरकारी योजनाओं की जानकारी दें, ताकि गांव में डुगडुगी बजा कर अधिक से अधिक लोगों को योजनाओं का लाभ दिलाया जा सके.
गांव से लेकर जिला का विकास मेरी पहली प्राथमिकता
इस मौके पर एक निजी टीवी चैनल से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा. कहा कि विरोधी क्या कर रहे हैं, वो ही समझे. मैं क्या करता हूं वो मेरे लिए पहली प्राथमिकता है. पहली प्राथमिकता में गांव से लेकर जिला का विकास मुख्य है. वर्तमान सरकार की कोशिश है कि हर एक के चेहरे पर खुशी दिखे.
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विपक्ष पर निशाना
उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि वो अपनी गढ़ की चिंता करे. मेरी गढ़ की चिंता करने की जरूरत नहीं है. कहा कि थोड़ी अपने गढ़ की चिंता भी कर ले, तो बेहतर होगा. जल्द ही वो समय आने वाला है जब विपक्ष का गढ़ राज्य से खत्म हो जाएगा. इसलिए हमारी चिंता छोड़ अपनी चिंता पर ध्यान दें.
हमें हर तरीके से लड़ाई लड़ना आता है
सीएम ने कहा कि वर्तमान सरकार राज्य की भावना से काम करती है. कहा कि मैं किसी बात को लेकर परेशान नहीं हूं. हमें हर तरीके से लड़ाई लड़ना आता है. हम न कोई षड्यंत्र जानते हैं और न ही लाग लपेट जानते हैं. हम अपने तरीके से दायित्वों का निर्वाह करते हैं.
राज्यपाल अपने तरीके से कर रहे काम
निर्वाचन आयोग से राज्यपाल रमेश बैस के पास पहुंचे पत्र के संबंध में उन्होंने कहा कि राज्यपाल को यह अधिकार है कि वो इसे सार्वजनिक करे या न करे. कहा कि राज्यपाल अपने तरीके से काम कर रहे हैं और हम अपने तरीके से काम कर रहे हैं. उनको जो उचित लगे वो करें और जो हमें उचित लगेगा वो हम करेंगे.