CM हेमंत सोरेन ने PM मोदी को लिखा पत्र, यूक्रेन से झारखंड के 180 छात्रों समेत अन्य की वापसी पर जताया आभार
यूक्रेन में फंसे छात्रों की सकुशल वापसी पर सीएम हेमंत सोरेन ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर आभार जताया. साथ ही उच्च शिक्षा को जारी रखने के लिए पीएम मोदी से संबंधित मंत्रालय को निर्देश देने का आग्रह भी किया है.
Jharkhand news: यूक्रेन में फंसे छात्रों की सकुशल वापसी पर सीएम हेमंत सोरेन ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर आभार जताया. साथ ही मेडिकल छात्रों को शिक्षा जारी रखने के लिए संबंधित मंत्रालय को निर्देश देने का आग्रह भी किया है. यूक्रेन-रूस युद्ध के कारण झारखंड के 180 छात्रों की भी सकुशल वापसी हुई है.
I have written to @PMOIndia appreciating his sincere efforts in ensuring evacuation of Indian students trapped in Ukraine and urged him to give necessary direction to the concerned ministry to take appropriate steps enabling such students to complete higher education in India. pic.twitter.com/MoPhaHZaDg
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) May 6, 2022
ईमानदारी प्रयासों की सराहना
इस मामले में सीएम श्री सोरेन ने यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों की निकासी सुनिश्चित करने के उनके ईमानदार प्रयासों की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है और उनसे संबंधित मंत्रालय को आवश्यक निर्देश देने का आग्रह किया है, ताकि ऐसे छात्रों को भारत में उच्च शिक्षा पूरी करने में सक्षम बनाया जा सके.
छात्रों को सता रहा असुरक्षित भविष्य का डर
पीएम को लिखे पत्र में सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि यूक्रेन-रूस के बीच युद्ध के कारण वहां से लौटे छात्रों की पढ़ाई बाधित हो गयी है. अब सुरक्षित घर वापसी के बाद इन छात्रों को असुरक्षित भविष्य का डर सता रहा है. निकट भविष्य में इनके यूक्रेन वापस लौटने की संभावना नहीं है. ऐसी स्थिति में इन छात्रों की उच्च शिक्षा भारत में ही हो, इसको लेकर आवश्यक निर्देश संबंधित मंत्रालय को देने का आग्रह किया है.
पीएम मोदी से आग्रह
साथ ही सीएम श्री सोरेन ने लिखा कि संसद के पिछले सत्र और सुप्रीम कोर्ट द्वारा भी इन छात्रों की अधूरी पढ़ाई को जारी रखने की व्यवस्था करने की बात कही गयी थी. लेकिन, अबतक ना तो केंद्र सरकार की ओर से और ना ही नेशनल मेडिकल कॉलेज की ओर से कोई निश्चित निर्देश मिला है. इस कारण पीएम मोदी से उन्होंने आग्रह करते हुए कहा कि इन छात्रों की उच्च शिक्षा भारत में ही हो, इसको लेकर संबंधित मंत्रालय को आवश्यक निर्देश दिया जाए.
Posted By: Samir Ranjan.