रांची : सीएम हेमंत सोरेन ने केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिख कर केंद्र सरकार की भारतमाला परियोजना के तहत एनएच-39 (पूर्व में एनएच-75) को भी इसमें शामिल करने की मांग की है. यह बाइपास सड़क कुड़ू से पलामू, गढ़वा होते हुए यूपी बॉर्डर तक जाती है. सीएम ने लिखा है कि झारखंड और उत्तर प्रदेश के बीच बेहतर कनेक्टिविटी के लिए एनएच-39 को फोर लेन किया जाये.
इस सड़क से जुड़ती 55 किलोमीटर निर्माणाधीन रांची-कुड़ू फोर लेन सड़क पूरी होने जा रही है. कुड़ू से यूपी वाया पलामू, गढ़वा के बीच काम शुरू नहीं हुआ है. इसे पूरा कर दिया जाये, तो यूपी और झारखंड के बीच कनेक्टिविटी बेहतर हो जायेगी. इधर, श्री गडकरी ने झारखंड सरकार को पत्र के माध्यम से सूचित किया है कि उन्होंने संबंधित अधिकारी को उनका आग्रह प्रेषित कर दिया है.
यह जानकारी पेयजल मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर साझा की है. उन्होंने कहा कि गढ़वा बाइपास के निर्माण के संबंध में गंभीर एवं ईमानदार प्रयास किये जा रहे हैं. आशा है कि जल्द सारी बाधाओं को दूर कर इसकी निविदा एवं निर्माण की प्रक्रिया शुरू होगी. सीएम ने पत्र में आगे लिखा है कि उन्हें जानकारी हुई है कि भारतमाला परियोजना के तहत आर्थिक गलियारा के लिए संबलपुर-रांची एवं रायपुर-गुमला, रांची, बोकारो व धनबाद सड़क के लिए एनएचएआइ डीपीआर बना रहा है.
दोनों सड़कों का अलाइमेंट तय हो गया है और झारखंड सरकार के अंतर्गत पथ निर्माण विभाग ने सहमति दे दी है. झारखंड की सीमा पश्चिम बंगाल, बिहार, छत्तीसगढ़, ओड़िशा, उत्तर प्रदेश से जुड़ी है. यह राज्य खनिज संपदा से संपन्न है. देश का करीब 40 प्रतिशत खनिज झारखंड में ही है. झारखंड से ओड़िशा और छत्तीसगढ़ के बीच गुणवत्तापूर्ण सड़क होगी, तो आवागमन तीव्र हो सकेगा.
कुड़ू से पलामू, गढ़वा होते हुए यूपी बॉर्डर तक फोरलेन करने का आग्रह
भारतमाला परियोजना के तहत इकोनॉमिक कॉरिडोर
1 संबलपुर-झारसुगुडा-सुंदरगढ़-राउरकेला-अंबापानी-जोराम-जामटोली-सिमडेगा-कोलेबिरा-खूंटी-रांची : कुल लंबाई 329 किमी, झारखंड में इस सड़क की लंबाई 168 किमी होगी
2 रायपुर-बिलासपुर-गुमला-रांची-बोकारो-धनबाद : कुल लंबाई 707 किमी. झारखंड में 284 किमी होगी यह सड़क
Post by : Pritish Sahay