एकजुटता के साथ परंपराओं को आगे बढ़ाने की जरूरत है : चंपाई

मुख्यमंत्री ने सरहुल पूजा स्थलों में पारंपरिक रीति-रिवाज से पूजा-अर्चना करते हुए ईश्वर से समस्त झारखंड वासियों की सुख, समृद्धि एवं उन्नति की प्रार्थना की.

By Prabhat Khabar News Desk | April 11, 2024 11:52 PM

रांची. मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन गुरुवार को प्राकृतिक उपासना का महापर्व सरहुल पूजा के अवसर पर वीर बुधु भगत आदिवासी कॉलेज छात्रावास हातमा, आदिवासी हॉस्टल करम टोली एवं सिरमटोली स्थित करम पूजा स्थल में आयोजित पूजा-अर्चना कार्यक्रम में सम्मिलित हुए. सीएम ने आदिवासी हॉस्टल में मांदर बजाते हुए थिरके भी. लोग भी उनके साथ झूमने लगे. सीएम ने कहा भी आदिवासी कॉलेज छात्रावास में सरहुल के दौरान अपने समाज के बीच मांदर की थाप का यह यादगार पल है. मौके पर मुख्यमंत्री ने सरहुल पूजा स्थलों में पारंपरिक रीति-रिवाज से पूजा-अर्चना करते हुए ईश्वर से समस्त झारखंड वासियों की सुख, समृद्धि एवं उन्नति की प्रार्थना की.

सीएम ने दी सरहुल, ईद व नवरात्रि की बधाई

मौके पर मीडिया के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का पवित्र दिन कई मायनों में महत्वपूर्ण दिन है. संयोग से आज के दिन ही सरहुल, ईद एवं नवरात्रि का त्योहार पूरे देश में एक साथ मनाया जा रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि आज आपसी भाईचारा के साथ एक-दूसरे के बीच खुशियां बांटने का समय है. हम सभी लोगों को मिलजुल कर आपसी सौहार्द और एकजुटता के साथ इन परंपराओं को आगे बढ़ाने की जरूरत है, ताकि आनेवाली पीढ़ी भी झारखंड की संस्कृति और रीति रिवाज को संरक्षित करने के लिए प्रेरित हों. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पावन दिन के अवसर पर पूरे राज्य वासियों को सरहुल, ईद एवं नवरात्रि त्योहार की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं.

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