अब सीएम एक लाख, मंत्री 45 हजार ज्यादा पायेंगे, विधायकों का वेतन-भत्ता भी 48 हजार रुपये बढ़ा

कैबिनेट ने बुधवार को मुख्यमंत्री, मंत्री, सचेतक और विधायकों के वेतन-भत्ता में बढ़ोतरी काे मंजूरी दे दी है. पूर्व विधायकों की पेंशन भी बढ़ायी गयी है. कैबिनेट के फैसले के बाद मुख्यमंत्री को वेतन व भत्ता मद में पहले मिलनेवाली राशि 2.90 लाख रुपये से बढ़ कर 3.90 लाख रुपये हो गयी है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 20, 2024 1:27 AM

ब्यूरो प्रमुख (रांची).

कैबिनेट ने बुधवार को मुख्यमंत्री, मंत्री, सचेतक और विधायकों के वेतन-भत्ता में बढ़ोतरी काे मंजूरी दे दी है. पूर्व विधायकों की पेंशन भी बढ़ायी गयी है. कैबिनेट के फैसले के बाद मुख्यमंत्री को वेतन व भत्ता मद में पहले मिलनेवाली राशि 2.90 लाख रुपये से बढ़ कर 3.90 लाख रुपये हो गयी है. मुख्यमंत्री का मूल वेतन 80 हजार रुपये से बढ़ कर एक लाख रुपये हो गया है. वहीं प्रभारी, क्षेत्रीय, सत्कार भत्ता में भी बढ़ोतरी की गयी है. मुख्यमंत्री और मंत्रियों के भत्ते में समान वृद्धि की गयी है. राज्य के मंत्री पहले वेतन-भत्ता 1.90 लाख रुपये पाते थे. कैबिनेट के फैसले के बाद इनको 2.35 लाख रुपये मिलेंगे. इनके वेतन और भत्ता 45 हजार रुपये बढ़ेंगे. स्पीकर के वेतन व भत्ते में 45 हजार रुपये की वृद्धि है. अब उन्हें 2.63 लाख रुपये मिलेंगे. वहीं, विधायकों के वेतन और भत्ता में 48 हजार रुपये की बढ़ोतरी हुई है. विधायक के मूल वेतन 40 हजार रुपये में 20 हजार रुपये बढ़ कर मिलेंगे. पहले विधायक वेतन और भत्ता सहित 1.40 लाख रुपये मिलते थे, अब वे 1.88 लाख रुपये पायेंगे. विधायकों के निजी सहायक का वेतन 30 हजार से बढ़ कर 50 हजार हो गया है. वहीं, कंप्यूटर और लैपटॉप के लिए विधायकों को पहले 70 हजार मिलते थे, अब इसे एक लाख तक की राशि मिल सकती है. विधायक के अनुसेवक का तनख्वाह पांच हजार बढ़ायी गयी है. अब इनको 30 हजार मिलेंगे. प्रतिपक्ष के नेता के वेतन व भत्ता में भी 45 हजार की बढ़ोतरी हुई है. अब वह 2.35 लाख रुपये पायेंगे. मुख्य सचेतक व सचेतक के वेतन व भत्ता में भी वृद्धि है. मुख्य सचेतक का वेतन-भत्ता 1.51 लाख रुपये से 1.95 लाख रुपये हो गया है.

विधायकों को आवास ऋण में 20 लाख की वृद्धि :

विधानसभा सदस्यों को पहले आवास ऋण के तहत अधिकतम 40 लाख रुपये मिलते थे. इसमें 20 लाख की बढ़ोतरी करते हुए 60 लाख का ऋण ले सकते हैं. आवास के लिए ऋण विधायकों को चार प्रतिशत वार्षिक ब्याज पर मिलेगा. आमलोगों की ब्याज दर से यह सुविधा काफी कम है. आवास ऋण की इस व्यवस्था के तहत मुख्यमंत्री, मंत्री, स्पीकर, विरोधी दल के नेता व सचेतक भी लाभ ले सकते हैं. पूर्व विधायकों को अब दो लाख तक पेंशन मिलेगी : पूर्व विधायकों को अब अधिकतम दो लाख तक पेंशन मिलेगी. पेंशन में वार्षिक वृद्धि की दर 4000 रुपये से बढ़ा कर 5000 रुपये कर दी गयी है. विधायकों की पेंशन प्रतिमाह 40 हजार रुपये से बढ़ा कर 50 हजार रुपये की गयी है. वार्षिक दर से वृद्धि होगी, लेकिन दो लाख तक ही. इसके साथ पूर्व विधायकों को पहली बार निजी सहायक रखने की सुविधा मिली है. इसके लिए उन्हें 15 हजार प्रतिमाह निजी सहायक के लिए दिया जायेगा.

दैनिक भत्ता भी बढ़ा, राज्य के बाहर प्रतिदिन चार हजार मिलेंगे :

मुख्यमंत्री, मंत्री, स्पीकर, सचेतक और विधायकों के दैनिक भत्ता में समान वृद्धि है. इनको पहले राज्य के अंदर 2000 रुपये प्रतिदिन मिलते थे, अब 3000 हजार रुपये मिलेंगे. वहीं राज्य के बाहर पहले 25 सौ रुपये मिलते थे, अब यह सीमा 4000 होगी. इस मद में प्रति माह पहले 70 हजार की सीमा थी, इसे बढ़ाकर एक लाख कर दिया गया है.

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