कोल संकट के बीच झारखंड पहुंचे कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी,बोले- 15 अक्टूबर से 2 मिलियन टन कोयले की होगी आपूर्ति

देश समेत झारखंड में कोयले की अपर्याप्त स्टॉक के कारण बिजली उत्पादन के पड़ते प्रभाव के बीच कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी गुरुवार को झारखंड पहुंचे. चतरा के अशोक ओपन कास्ट कोयला खदान और बछरा रेलवे साइडिंग का भी निरीक्षण किया. वहीं, जल्द इस समस्या के समाधान की बात भी कही.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 14, 2021 4:58 PM

Jharkhand News (रांची) : देश समेत झारखंड में कोयले का पर्याप्त स्टॉक नहीं होने से बिजली उत्पादन पिछले कुछ दिनों से प्रभावित हो रहा है. इस संकट के बीच गुरुवार को कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी झारखंड की राजधानी रांची पहुंचे. यहां से वो सीधे चतरा जिला स्थित अशोक ओपन कास्ट कोयला खदान का दौरा किया. इस दौरान कोयला मंत्री श्री जोशी ने कहा कि कोयले के स्टॉक को बढ़ाने की कोशिश हो रही है. इसी के तह 15 अक्तूबर से दो मिलियन टन कोयले की आपूर्ति होगी.

कोल संकट के बीच झारखंड पहुंचे कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी,बोले- 15 अक्टूबर से 2 मिलियन टन कोयले की होगी आपूर्ति 2

केंद्रीय मंत्री श्री जोशी ने कहा कि देश में बिजली संकट पर केंद्र सरकार की विशेष नजर है. जल्द ही इस समस्या का समाधान हो जायेगा. केंद्रीय मंत्री गुरुवार की सुबह छत्तीसगढ़ से रांची एयरपोर्ट पहुंचे. फिर यहां से चतरा जिले में अवस्थित CCL, रांची की अशोक ओपनकास्ट कोयला खदान का दौरा करते हुए उन्होंने कहा कि 20 MT की सालाना peak rated क्षमता वाली यह खदान CCL की सबसे बड़ी कोल परियोजनाओं में से एक है.

इस दौरान उन्होंने खदान के कामगारों से बातचीत करते हुए कोयला उत्पादन एवं ऑफटेक बढ़ाने के प्रति उनका उत्साहवर्धन भी किया. अशोक कोयला खदान में कार्यरत सरफेस माइनर ध्वनि और धूल के प्रसार में कमी के साथ कोयला खनन को अधिक उत्पादक बनाते हैं. अशोक खदान के माइनिंग इंजीनियरों के साथ केंद्रीय मंत्री ने संवाद किया और समुचित साइज के कोयले की लोडिंग किये जाने पर जोर दिया.

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वहीं, केंद्रीय मंत्री ने CCL, रांची के बछरा रेलवे साइडिंग का भी निरीक्षण किया. इस साइडिंग में थर्मल पावर स्टेशन को डिस्पैच करने के लिए एक रैक में लोडिंग की जा रही थी. निरीक्षण के दौरान रेलवे वैगनों में समुचित गुणवत्ता और मात्रा में कोयले की लोडिंग करने पर जोर दिया गया.

केंद्रीय मंत्री श्री जोशी ने कहा कि पिछले दिनों अधिक बारिश होने के कारण कोयले निकालने के काम पर असर पड़ा था. उन्होंने माना कि कोयला खदानों में पानी भर जाने और इम्पोर्ट में कमी के कारण यह समस्या उत्पन्न हो हुई है. लेकिन, अब स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है. ऐसी स्थिति में 15 अक्टूबर से 2 मिलियन टन कोयले की आपूर्ति होगी. साथ ही देश के सभी पावर प्लांटों को समय पर कोयला आपूर्ति किये जाने का भी प्रयास तेज कर दिया गया है.

बता दें कि झारखंड में देशभर का 40 फीसदी कोयले का उत्पादन होता है. वहीं, कोयला मंत्रालय की रिपोर्ट 2020-21 के मुताबिक, कोयला उत्पादन के मामले में झारखंड चौथे स्थान पर पहुंच गया है. चतरा के अशोक ओपन कास्ट कोयला खदान का केंद्रीय मंत्री श्री जोशी के निरीक्षण के दौरान कोल इंडिया के चेयरमैन, CCL के CMD समेत कोयला मंत्रालय के कई अधिकारी भी साथ थे.

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Posted By : Samir Ranjan.

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