कोयला मंत्रालय ने जारी की रिपोर्ट, PSU द्वारा चलाये जा रहे इन प्रयासों का किया गया है उल्लेख
कोयला मंत्रा द्वारा एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें पीएसयू द्वारा चलाये जा रहे पुनर्ग्रहण और वनीकरण प्रयासों का उल्लेख किया गया है. रिपोर्ट में बताया गया है कि किस तरह बंजर परिदृश्यों को समृद्ध हरे क्षेत्रों में बदल दिया गया है.
रांची : कोयला मंत्रालय ने “कोयला और लिग्नाइट पीएसयू में हरित पहल” शीर्षक से एक रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट में पीएसयू द्वारा चलाये जा रहे पुनर्ग्रहण और वनीकरण प्रयासों का उल्लेख किया गया है. जिसमें कहा गया है कि इन सार्वजनिक उपक्रमों ने व्यापक वनीकरण और पारिस्थितिक बहाली परियोजनाएं शुरू की. जिससे बंजर परिदृश्यों को समृद्ध हरे क्षेत्रों में बदल दिया गया है.
क्या कहा गया है रिपोर्ट में
इस रिपोर्ट में कहा गया कि इस तरह की पहल न केवल मरुस्थलीकरण से लड़ती है बल्कि सूखे के प्रति लचीलापन बढ़ाती है. इसके साथ साथ कार्बन पृथक्करण और जैव विविधता संरक्षण में भी योगदान देती है. यह प्रयास उस महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करती है जो पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देने में निभा सकता है. वैश्विक महत्वाकांक्षाओं और स्थानीय कार्यों के बीच यह तालमेल भविष्य की पीढ़ियों के लिए हमारे ग्रह के भूमि संसाधनों को संरक्षित करने के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण को दर्शाता है.
सचिव अमृत लाल मीना ने सीएमपीडीआई की सराहना की
इससे पहले कोयला मंत्रालय के सचिव अमृत लाल मीना ने इस रिपोर्ट को संकलित करने में सीएमपीडीआई और कोयला मंत्रालय के द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की. उन्होंने आशा व्यक्त की कि रिपोर्ट महत्वपूर्ण चीजों पर ध्यान आकर्षित करेगी. साथ ही साथ अन्य संस्थाओं द्वारा कोयला खदानों के भीतर बीज बॉल वृक्षारोपण, ड्रोन के माध्यम से बीज कास्टिंग और मियावाकी वृक्षारोपण जैसी नवीन तकनीकों को अपनाने के माध्यम से हरित आवरण को बढ़ाने के लिए लाभ उठाया जाएगा. इसका उद्देश्य पुनर्ग्रहण प्रयासों के माध्यम से कोयला क्षेत्रों में हरित आवरण बढ़ाने के लिए कोयला क्षेत्र द्वारा की गई पहलों की रूपरेखा तैयार करना है.