आरसीएम राय साइडिंग से छह दिनों से नहीं निकला कोयला रैक

आरसीएम साइडिंग से प्रतिदिन औसत तीन रैक कोयला देश के विभिन्न थर्मल पावर प्लांट व अन्य कारखानों में भेजा जाता है.

By Prabhat Khabar News Desk | April 6, 2024 9:38 PM

रैक नहीं जाने से रेलवे को 10 करोड़ का नुकसान

खलारी

खलारी के आरसीएम राय साइडिंग से पिछले छह दिनों से कोयला रैक नहीं निकल पा रहा है. साइडिंग में कोयला भर गया है. साइडिंग में तीन रैक कोयला पड़ा है. पिछले छह दिनों में केवल चार अप्रैल को एक रैक कोयला निकला है. आरसीएम साइडिंग से प्रतिदिन औसत तीन रैक कोयला देश के विभिन्न थर्मल पावर प्लांट व अन्य कारखानों में भेजा जाता है. बताया जा रहा है कि साइडिंग में जिस गुणवत्ता का कोयला है, उसके अनुसार ट्रांजिट परमिट नहीं है. डीएमओ से मिलनेवाला ट्रांजिट परमिट जी 11 ग्रेड कोयले का है, जबकि साइडिंग में जी 7 तथा जी 8 ग्रेड का कोयला आया हुआ है. रेलवे रैक में लादे जानेवाला कोयला ट्रांजिट परमिट में दर्शाये गये कोयले की गुणवत्ता के अनुरूप नहीं हुआ तो ढुलाई गैरकानूनी हो जायेगी.

आरसीएम से जल्द शुरू होगा रैक निकलना : अविनाश

साइडिंग मैनेजर अविनाश कुमार ने बताया कि जल्द ही आरसीएम राय साइडिंग से कोयला रैक निकलने लगेगा. तीन दिनों तक सीटीओ नहीं था. उसके बाद ट्रांजिट परमिट मिलने में देरी हुई. कहा कि अशोका खदान से कोयले की जिस परत की खुदाई कर कोयला भेजा गया है, वह परत जी 7 व जी 8 ग्रेड कोयले है. ग्रेड के अनुसार प्रतिदिन डीएमओ से ट्रांजिट परमिट नहीं मिल पा रहा है. इसे ठीक कर लिया गया है. जल्द ही स्थिति सामान्य हो जायेगी.

रेलवे को 10 करोड़ का नुकसान : टीआइ

रेल यातायात निरीक्षक उमेश कुमार ने बताया कि आरसीएम राय साइडिंग से प्रतिदिन औसतन तीन रैक कोयला निकल जाता है. विगत छह दिनों से रैक नहीं निकल पाने के कारण रेलवे को लगभग 10 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है.

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