रांची : प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने कोयला घोटाले में मेसर्स डोमको प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ दर्ज मामले की जांच पूरी कर ली है. अगले सप्ताह तक सात करोड़ रुपये की मनी लाउंड्रिंग के आरोप में विनय प्रकाश व अन्य के खिलाफ दिल्ली स्थित पीएमएलए के विशेष न्यायाधीश दीपक पराशर की अदालत में आरोप पत्र दायर किये जाने की संभावना है.
जांच में पाया गया है कि कंपनी के निदेशक सह होटल लीलैक के मालिक विनय प्रकाश व अन्य ने कोल ब्लॉक आवंटन के लिए गलत जानकारी दी थी. सुनियोजित साजिश के तहत दी गयी गलत जानकारी के आधार पर कंपनी को वेस्ट बोकारो कोल फील्ड में लालगढ़ कोल ब्लॉक आवंटित कर दिया गया. इसके बाद विनय प्रकाश ने मेसर्स डोमको के शेयर को बेच कर सात करोड़ रुपये हासिल की.
इस पैसे से संपत्ति अर्जित की और दिल्ली एनसीआर में एक प्लॉट को विकसित करने में पैसा खर्च किया. मामले की जांच के दौरान यह पाया गया कि विनय प्रकाश ने दिल्ली एनसीआर में मेसर्स कामाख्या बिल्डर्स के माध्यम से सरकारी प्लॉट विकसित करने का काम किया है. मेसर्स कामाख्या बिल्डर्स का नियंत्रण भी विनय प्रकाश के पास ही है. वह इस कंपनी के मैनेजिंग पार्टनर हैं. जांच के दौरान तीन चरणों में मनी लाउंड्रिंग के सहारे अर्जित की गयी संपत्ति को अस्थायी रूप से जब्त किया गया.
posted- sameer oraon