रांची. कृषि मंत्री के निर्देश के बाद जब जांच कमेटी पंडरा बाजार समिति में जांच करने पहुंचीं, तो बाजार समिति के पणन सचिव उत्तम कुमार ने कमेटी को जांच करने से रोक दिया. इसके बाद कमेटी लौट गयी. कमेटी ने इसकी शिकायत बोर्ड के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक से की है. वहीं, पंडरा बाजार समिति के पणन सचिव उत्तम कुमार ने भी बोर्ड के प्रबंध निदेशक के पास आपत्ति दर्ज करायी है. उन्होंने कहा है कि मेरे समकक्ष पदाधिकारी कोई भी जांच नहीं कर सकते हैं.
15 दिनों के अंदर जमा करनी है रिपोर्ट
कमेटी को आठ बिंदुओं पर जांच करनी है. जांच करने के बाद रिपोर्ट 15 दिनों के अंदर जमा करने का निर्देश दिया गया है. कमेटी को बाजार समितियों में अतिक्रमण से संबंधित, बाजार समितियों से किसानों को लाभ से संबंधित, बाजार समितियों से जुड़े ई-नाम और एफपीओ समिति का विस्तृत प्रतिवेदन, बाजार समितियों में आवंटन, हस्तांतरण या साझेदारी से संबंधित कार्यालय आदेश के साथ किस परिस्थिति में और किस नियम के तहत किया गया, बाजार समितियों में जर्जर रिक्त गोदाम/दुकान तथा खाली पड़े स्थान की सूची, बाजार समितियों में व्यापारियों की समस्या एवं मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराने, बाजार समितियों के क्रियाकलापों से अवगत होना और बाजार समिति व्यापारी और किसान हित में कैसे काम करे एवं वर्तमान परिस्थिति में बाजार समिति की अर्जित आय और व्यय पर रिपोर्ट देनी है.
कमेटी ने शुरू की बाजार समितियों की जांच
रांची सहित पूरे झारखंड की बाजार समितियों की जांच तीन सदस्यीय कमेटी करेगी. जांच कमेटी में खूंटी बाजार समिति की प्रभारी पणन सचिव रश्मि नागेश, गढ़वा के प्रभारी पणन सचिव राहुल कुमार और जमशेदपुर के बाजार पर्यवेक्षक अखौरी धीरज कुमार हैं. कमेटी ने जांच शुरू कर दी है. ज्ञात हो कि 16 जुलाई को हुई बैठक में कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग की मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने जांच का निर्देश दिया था.
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