रांची महानगर छठ पूजा समिति एवं महावीर मंडल संयुक्त रूप से सरकार के गाइडलाइन के विरोध में हरमू चौक पर हाथ में तख्ती लेकर विरोध प्रदर्शन किया. महावीर मंडल के मंत्री ललित नारायण ओझा ने कहा कि सरकार का गाइडलाइन को वापस ले. इसकी फिर से समीक्षा की जाये. हिंदू धर्म में इस महापर्व के साथ खिलवाड़ ना किया जाये. जब इस कोरोना काल में चुनाव और रैलियां हो सकती हैं, तो फिर छठ पूजा क्यों नहीं.
संजय कुमार जायसवाल ने कहा कि हेमंत सोरेन किसे खुश करने के लिए हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचा रहे हैं. विरोध प्रदर्शन में देवराज सिंह, नीरज परिहार, कुमार निकेश, प्रशांत राज, अखिलेश पांडेय आदि मौजूद थे.
जोड़ा तालाब छठ पूजा समिति बरियातू के संरक्षक प्रकाश चंद्र सिन्हा ने कहा कि छठ पूजा पर झारखंड सरकार का गाइडलाइन दुर्भाग्यपूर्ण है. जिनके पास घरों में किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं है, वैसे लोग अर्घ्य कहां देंगे. उन्होंने कहा कि क्या ऐसे लोगों के विषय में सरकार क्यों नहीं सोचती है.
चुटिया के विभिन्न नदी, तालाब, जलाशय में होनेवाले छठ पूजा का आयोजनकर्त्ताओ ने बनस तालाब, बहुबाजार में जल सत्याग्रह कर हेमंत सरकार के इस निर्णय का विरोध किया. मुनचुन राय ने कहा कि छठ महाआस्था का पर्व है. इस गाइडलाइन में संशोधन की ज़रूरत है. जल सत्याग्रह कार्यक्रम में बनस तालाब छठ पूजा समिति, भट्टी तालाब छठ पूजा समिति, पॉवर हाउस तालाब छठ पूजा समिति, इक्कीसो महादेव स्वर्णरेखा नदी से स्वर्णरेखा उत्थान आदि समिति के सैकड़ों लोग उपस्थित थे.
भारतीय जनता मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र तिवारी ने छठ पर्व को लेकर हेमंत सरकार द्वारा जारी आदेश का घोर विरोध किया है. कहा कि सरकार ने नदी, तालाब, डैम और सार्वजनिक जलाशयों में छठ पूजा करने पर पाबंदी लगा दी है, यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है.
रांची. मेयर आशा लकड़ा ने कहा है कि नदी, तालाब व जलाशयों के घाट पर छठ करने का प्रतिबंध लगाने से राज्य सरकार मंशा साफ दिखाई देती है. छठव्रतियों व श्रद्धालुओं की आस्था को ठेस पहुंचाने का काम किया गया है. राज्य सरकार काे गाइड लाइन जारी करने से पहले वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए थी. रांची नगर निगम द्वारा दुर्गापूजा से पूर्व ही छठ के लिए तालाबों की सफाई का काम शुरू कर दिया गया था. शहर के सभी तालाब व जलाशय की सफाई हो चुकी है. सरकार गाइडलाइन को शीघ्र वापस ले.
छठ महापर्व को लेकर विश्व हिंदू परिषद ने झारखंड सरकार की गाइडलाइन को हिंदू आस्था के विरुद्ध बताया है. प्रांत मंत्री डॉ बीरेंद्र साहू ने कहा छठ महापर्व समाज के गरीब से गरीब अथवा अमीर से अमीर, सभी की आस्था एक ऐसा महापर्व है, जिसकी परंपरा पूर्व से बनी हुई है. किसी भी श्रद्धालुओं को तालाब अथवा नदी में अर्घ्य नहीं देने की बात कहना, न्यायोचित नहीं है. डॉ साहू ने कहा विश्व हिंदू परिषद झारखंड सरकार से मांग करती है कि छठवर्तियों के पूजन-अर्चन पर किसी प्रकार का प्रशासनिक दबाव न हो.
रांची. भारतीय एकता कमेटी के संस्थापक अध्यक्ष गुलाम मुस्तफा ने कहा कि पवित्र छठ पूजा का त्योहार से कोई भी कोरोना वायरस बीमारी फैलने का खतरा नहीं है. उन्होंने कहा कि बड़ी से बड़ी बीमारी परेशानी मुसीबत सभी पवित्र छठ पूजा और पवित्र रमजान शरीफ के महीने से खत्म हो जाती है. इसलिए झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन नदी तालाब और घाटों पर पवित्र छठ पूजा मनाने का आदेश जारी करें. हर साल जिस तरह छठ पूजा मनायी जाती है. उसी तरह राज्य सरकार छठ पूजा मनाने का आदेश दिया जाये.
posted by : sameer oraon