चार साल से प्रदीप-बाबूलाल और डेढ़ साल से इरफान-राजेश-विक्सल पर चल रहा दलबदल का मामला, अब जेपी की बारी

भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए मांडू विधायक और हजारीबाग लोकसभा से पार्टी प्रत्याशी जयप्रकाश भाई पटेल पर दलबदल का मामला चलेगा.

By Prabhat Khabar News Desk | April 12, 2024 12:02 AM

रांची. भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए मांडू विधायक और हजारीबाग लोकसभा से पार्टी प्रत्याशी जयप्रकाश भाई पटेल पर दलबदल का मामला चलेगा. स्पीकर रबींद्र नाथ महतो के ट्रिब्यूनल में दलबदल का यह मामला नया नहीं होगा. विधायक जेपी पटेल वर्तमान विधानसभा के सातवें विधायक होंगे, जिन पर दलबदल का मामला चलेगा. इससे पहले झाविमो का विलय कर भाजपा गये बाबूलाल मरांडी, झाविमो छोड़ गये कांग्रेस में शामिल हुए प्रदीप यादव और बंधु तिर्की पर मामला दर्ज हुआ था. हालांकि श्री तिर्की की सदस्यता आय से अधिक मामले में चली गयी. लेकिन अब तक बाबूलाल मरांडी व प्रदीप यादव के दलबदल मामले में कोई फैसला नहीं आया है. इधर अक्तूबर 2022 में कोलकाता में कैश कांड में फंसने के बाद कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी, विक्सल नमन कोंगाड़ी और राजेश कच्छप पर भी दलबदल की शिकायत ट्रिब्यूनल में पहुंची. कांग्रेस की ओर से शिकायत मिलने के बाद इन विधायकों पर स्पीकर के न्यायाधीकरण में मामला चल रहा है. पिछले डेढ़ वर्ष से यह मामला चल रहा है. दोनों ही अलग-अलग मामले अब तक निष्कर्ष तक नहीं पहुंचे हैं. पिछले विधानसभा के अध्यक्ष रहे दिनेश उरांव से लेकर अब तक न्यायाधीकरण में आया मामला राजनीतिक एजेंडा में ही उलझा रहा है. दिनेश उरांव के कार्यकाल में साढ़े चार वर्षों के बाद ही फैसला आया था.

बाबूलाल के मामले में फैसला एक वर्ष से सुरक्षित

बाबूलाल मरांडी के दलबदल के मामले में सुनवाई पूरी हो गयी है. इस मामले में फैसला सुरक्षित है. पिछले एक वर्ष से फैसला सुरक्षित है. बाबूलाल मरांडी ने विधानसभा में चल रहे दलबदल के मामले में हाइकोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया है. उन्होंने इसको लेकर चुनौती दी है.

इन विधायकों पर चल रहा दलबदल का मामला

बाबूलाल मरांडी, प्रदीप यादव, इरफान अंसारी, विक्सल नमन कोंगाड़ी, राजेश कच्छप और जेपी पटेल

भाजपा ने मुझे विधायक नहीं बनाया, विशेषज्ञ से राय लूंगा : पटेल

विधायक जेपी पटेल ने कहा है कि मैं झामुमो विधायक रहते ही भाजपा गया था. कोई भाजपा ने मुझे विधायक नहीं बनाया है. मैं कोई प्रखंड अध्यक्ष नहीं हूं. मुझे विधानसभा का कोई नोटिस नहीं मिला है. नोटिस मिलेगा, तो जवाब दिया जायेगा. मैं विशेषज्ञ से राय लेने के बाद ही इस पर कुछ बोलूंगा. मैं फिलहाल चुनाव में व्यस्त हूं.

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