Health News : गुइलेन-बैरे सिंड्रोम की संदिग्ध दोनों बच्चियों की स्थिति में सुधार
एक बच्ची रिम्स और और दूसरी बालपन हॉस्पिटल में भर्ती है
रांची. राज्य में गुइलेन-बैरे सिंड्रोम की संदिग्ध दोनों बच्चियों की स्थिति में थाेड़ा सुधार हुआ है. रिम्स में भर्ती बच्ची (सात साल) को हाई फ्लो ऑक्सीजन पर रखा गया है. वहीं, बालपन अस्पताल (साढ़े पांच साल) में भर्ती बच्ची होश में आ गयी है. वह पलकें झपका रही हैं, लेकिन अभी बोलने में असमर्थ है. हालांकि, डॉ राजेश कुमार का कहना है कि पहले की तुलना में काफी सुधार हुआ है, लेकिन इसमें इलाज लंबा चलता है.
रांची की बच्ची को आठ दिन पहले भर्ती कराया गया था
यहां बता दें कि बालपन अस्पताल में रांची की बच्ची को आठ दिन पहले भर्ती कराया गया था. यह बच्ची महाराष्ट्र से घूम कर आयी थी. शरीर के निचले हिस्से में कमजोरी होने पर बच्ची को भर्ती कराया गया था. वहीं, रिम्स में भर्ती कोडरमा की बच्ची भी मुंबई भ्रमण के लिए गयी थी, जहां उसकी स्थिति बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वहां के डॉक्टरों ने गुइलेन-बैरे सिंड्रोम का लक्षण मानते हुए इलाज किया था. सुधार होने पर परिजन कोडरमा आ गये थे, लेकिन यहां आने के बाद दोबारा बच्ची की तबीयत बिगड़ गयी थी. सूत्रों ने बताया कि जांच में गुइलेन-बैरे सिंड्रोम की पुष्टि हुई है, लेकिन आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है.
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