झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू के ठिकानों पर इनकम टैक्स की रेड के बाद वहां से मिल रही नकदी के भंडार के बाद कांग्रेस पार्टी दो धड़े में बंटी दिख रही है. झारखंड कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने धीरज साहू का बचाव किया है, तो राष्ट्रीय कांग्रेस के बड़े नेता और राहुल गांधी के करीबी जयराम रमेश ने स्पष्ट कर दिया है कि इस मामले से पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है. जयराम रमेश ने शनिवार की रात को एक्स पर लिखा कि सांसद धीरज साहू के बिजनेस से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का कोई लेना-देना नहीं है. सिर्फ वही बता सकते हैं और उन्हें यह स्पष्ट करना भी चाहिए कि कैसे आयकर विभाग के अधिकारियों द्वारा कथित तौर पर उनके ठिकानों से इतनी बड़ी मात्रा में कैश बरामद किया जा रहा है. वहीं, कांग्रेस के पूर्व सांसद प्रदीप बलमुचु ने धीरज साहू पर लगातार हमला बोल रहे झारखंड प्रदेश भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी पर पलटवार कर दिया है. बलमुचु ने तो यहां तक कह दिया है कि धीरज साहू के पैसे से बाबूलाल मरांडी भी उपकृत हो चुके हैं. प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष यहीं नहीं रुके. उन्होंने कहा कि बाबूलाल मरांडी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग करनी चाहिए कि इस मामले की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) या केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच करवाएं, ताकि यह पता चल सके कि आखिर वे पैसे किसके हैं. डॉ बलमुचु ने कहा कि धीरज साहू खानदानी बिजनेसमैन हैं. जो राशि बरामद हुई है, वह उनकी जायज कमाई है. इस मामले की जांच करवा लें.
बाबूलाल मरांडी ने चुनाव में लिए थे धीरज साहू से पैसे
झारखंड के प्रथम मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी पर हमला बोलते हुए डॉ बलमुचु ने कहा कि उनको (मरांडी को) यह नैतिक अधिकार नहीं कि वे धीरज साहू पर किसी तरह का कोई आरोप लगाएं. उन्होंने कहा कि बाबूलाल मरांडी खुद उनसे (धीरज साहू से) उपकृत हो चुके हैं. बाबूलाल मरांडी जिस वक्त झारखंड विकास मोर्चा (जेवीएम) के अध्यक्ष थे, उस वक्त उन्होंने कांग्रेस के साथ गठबंधन करके भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ा था. उस चुनाव में बाबूलाल मरांडी ने धीरज साहू से आर्थिक मदद ली थी. डॉ प्रदीप कुमार बलमुचु ने कहा कि बाबूलाल मरांडी भाजपा में अपनी पैठ बनाने के लिए कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) पर लगातार अनावश्यक प्रहार कर रहे हैं. इसका जवाब झारखंड की जनता आगामी लोकसभा व विधानसभा चुनाव में देगी.
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उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू के करीबियों के यहां पिछले चार दिनों से छापेमारी जारी है. चौथे दिन झारखंड के लोहरदगा में उनके घर पर चल रही छापे की कार्रवाई खत्म हो गई. लेकिन, ओडिशा में उनके करीबियों के ठिकानों से मिले नकदी के भंडार की गिनती जारी है. बताया जा रहा है कि बड़ी-बड़ी मशीनों की मदद से अब तक 300 करोड़ रुपए से अधिक की गिनती हो चुकी है. काफी संख्या में नोटों की गिनती अभी बाकी है. अनुमान लगाया जा रहा है कि शराब कारोबारियों के यहां से जो नकदी मिली है, वह 400 करोड़ रुपए से अधिक हो सकती है. बुधवार (6 दिसंबर) को सुबह-सुबह झारखंड, बंगाल और ओडिशा में आधा दर्जन ठिकानों पर एक साथ छापेमारी शुरू हुई थी.
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