अभी मेरा और प्रदीप यादव का नंबर आया, दूसरों का भी आयेगा : कांग्रेस विधायक अनूप सिंह

कांग्रेस विधायक जयमंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह ने आयकर विभाग द्वारा उनके आवास पर की गयी छापेमारी को लेकर अपना पक्ष रखा. कांग्रेस विधायक ने रविवार को अपने तीन ठिकानों से आयकर को मिले नकदी और अन्य दस्तावेजों की जानकारी मीडिया के समक्ष रखी

By Prabhat Khabar News Desk | November 7, 2022 9:47 AM
an image

कांग्रेस विधायक जयमंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह ने आयकर विभाग द्वारा उनके आवास पर की गयी छापेमारी को लेकर अपना पक्ष रखा. कांग्रेस विधायक ने रविवार को अपने तीन ठिकानों से आयकर को मिले नकदी और अन्य दस्तावेजों की जानकारी मीडिया के समक्ष रखी. उन्होंने बताया कि हमारे पटना, रांची और बेरमो आवास पर छापा पड़ा. करीब 38 घंटे छापेमारी की कार्रवाई चली. छापा एक दिन पूर्व ही खत्म हो गया था, लेकिन आयकर के अधिकारियों को ऊपर से आदेश नहीं मिला था. ऊपर से आदेश आने के बाद ही वह गये.

कांग्रेस विधायकों को तोड़ने की कोशिश हो रही :

श्री िसंह ने कहा कि कांग्रेस को तोड़ने के लिए छापा मारा जा रहा है. भाजपा में शामिल कराने के लिए डराया-धमकाया जा रहा है. जो भाजपा में शामिल नहीं हुआ, उनके यहां छापा पड़ा. अभी मेरा और प्रदीप यादव जी का नंबर आया है, दूसरों का भी नवंबर आयेगा. कांग्रेस विधायक ने कहा कि डॉ इरफान अंसारी सहित दूसरे लोगों पर हमने केस पार्टी के आदेश पर किया है. यह कोई मेरा व्यक्तिगत मामला नहीं है़ पार्टी ने इन विधायकों को दोषी माना है, इसलिए सस्पेंड किया.

बेरमो विधायक अनूप सिंह ने कहा कि लोकतंत्र में जनता मालिक होती है. नरेंद्र मोदी और अमित शाह ना तो हरा सकते हैं, ना ही हेमंत सोरेन जिता देंगे. हराने-जिताने का काम जनता करती है.

छापे का ब्योरा दिया :

अनूप सिंह ने आइटी छापा में तीनों घरों की बरामदगी का पूरा ब्योरा मीडिया के सामने रखा. उन्होंने कहा कि मैं सार्वजनिक जीवन में हूं, इसलिए इसकी जानकारी देना मेरा कर्तव्य है. मीडिया में कुछ भ्रामक खबरें आ रही हैं, इससे मेरे परिवार की छवि खराब हो रही है. श्री सिंह ने कहा कि आयकर से मैं सुरक्षा की मांग करूंगा. आयकर विभाग ने पुंदाग में बन रहे मेरे नये मकान की जानकारी मांगी.

गलत खबरों से छवि धूमिल होती है : विधायक

अनूप सिंह ने कहा कि मीडिया में मेरे एक करोड़ रोज की आमदनी की खबर भी आयी. कुछ लोग चला रहे थे कि नोट गिनने की मशीन भी मंगायी जा रही है. घर में गुप्त लॉकर है. ऐसी गलत खबरों से छवि धूमिल होती है. ठेस लगता है. 20 साल मेरे पिता और 20 साल मेरा राजनीतिक कैरियर रहा है. बहुत मुश्किल से मान- सम्मान हासिल किया जाता है. लेकिन एक छोटी-सी खबर प्रतिष्ठा को धूमिल कर देती है. मेरा परिवार आहत है. बच्चे स्कूल जाते हैं. उनसे उनके दोस्त तरह- तरह के सवाल करते हैं.

अजय सिंह पिता के करीबी थे, अब कोई रिश्ता नहीं

अनूप सिंह ने कहा कि आइटी को किसी ने गलत जानकारी दे दी थी. अजय सिंह से मेरे परिवार का पिछले 10-12 साल से कोई रिश्ता नहीं है. पिता के साथ उनका रिश्ता था. मेरे पिता को वह अपना बहनोई मानते थे. हम लोग भी मामा कहते थे. लेकिन राजनीति में मेरा उनसे छत्तीस का रिश्ता है. वह चंद्रप्रकाश चौधरी के साथ थे और भाजपा के करीब चले गये हैं. वह भाजपा नेता प्रतुल शाहदेव के भी रिश्तेदार हैं.

Exit mobile version