Loading election data...

हेमंत सोरेन बने रहेंगे झारखंड के मुख्यमंत्री, झामुमो नेता डॉ सरफराज अहमद ने कही ये बात

विधायकों की बैठक से निकलने के बाद कांग्रेस के नेता प्रदीप यादव ने बड़ा बयान दिया. उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि आज की बैठक में 43 विधायक शामिल हुए. इस बैठक में जो बात निकलकर आई, वो यह कि हेमंत सोरेन आज हमारे मुख्यमंत्री हैं और कल भी हमारे मुख्यमंत्री रहेंगे.

By Mithilesh Jha | January 3, 2024 7:41 PM
an image

झारखंड की राजधानी रांची, साहिबगंज और हजारीबाग के कई ठिकानों समेत पश्चिम बंगाल एवं राजस्थान तक में हुई प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी के बीच हुई झारखंड के सत्ताधारी दल के विधायकों की बैठक खत्म हो गई है. हेमंत सोरेन के इस्तीफे की अटकलों के बीच बुधवार (तीन जनवरी) को हुई इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इनक्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A.) के विधायकों की बैठक से निकलने के बाद कांग्रेस के नेता प्रदीप यादव ने बड़ा बयान दिया. उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि आज की बैठक में 43 विधायक शामिल हुए. इस बैठक में जो बात निकलकर आई, वो यह कि हेमंत सोरेन आज हमारे मुख्यमंत्री हैं और कल भी हमारे मुख्यमंत्री रहेंगे. बैठक मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में हुई. बैठक में राज्य के ताजा राजनीतिक हालात पर विशेष चर्चा हुई. मुख्यमंत्री ने पूरे घटनाक्रम पर अपनी बात रखी और अपने विधायकों को उससे अवगत कराया. इसके बाद सभी विधायकों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रति अपना पूरा विश्वास जताया. उन्होंने कहा कि वे हमेशा उनके साथ हैं और आगे भी बने रहेंगे. हर हाल में आईएनडीआईए के सभी विधायक एकजुट हैं. मुख्यमंत्री और राज्य सरकार के खिलाफ किसी भी साजिश को सफल नहीं होने देंगे. विधायकों ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य सरकार विकास और जनहित में लगातार कार्य कर रही है और यह निरंतर जारी रहेगा.

पार्टी को जरूरत थी, इसलिए दिया इस्तीफा : जॉ सरफराज

वहीं, जयमंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह ने कहा- प्रिकॉशन इज बेटर दैन क्योर. झारखंड विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने वाले डॉ सरफराज अहमद भी विधायकों की इस बैठक में शामिल हुए. बैठक के बाद उन्होंने कहा कि पार्टी को जरूरत थी, इसलिए उन्होंने स्वेच्छा से इस्तीफा दिया. यह पूछे जाने पर कि उनके इस्तीफे को सरकार के प्लान बी के तौर पर देखा जा रहा है, उन्होंने कहा कि आप इसे कुछ भी समझ सकते हैं. मैंने स्वेच्छा से इस्तीफा दिया. जब जरूरत पड़ेगी, पार्टी इसका इस्तेमाल कर सकती है. यह पूछे जाने पर कि इस्तीफा देने के बाद वह विधायक नहीं रहे. फिर विधायक दल की बैठक में कैसे शामिल हुए, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेता डॉ सरफराज अहमद ने कहा- मुझे बैठक में बुलाया गया था. इसलिए मैं बैठक में शामिल हुआ. गांडेय के पूर्व विधायक से जब पूछा गया कि झारखंड विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद भी आप मुस्कुरा रहे हैं, तो उन्होंने कहा- मेरा लंबा राजनीतिक इतिहास रहा है. मैं लंबे समय तक विधायक रहा हूं. इस्तीफे की वजह से मुझे कोई परेशानी नहीं है. मैं हमेशा खुश रहता हूं. इसलिए आज भी मुस्कुरा रहा हूं.

Also Read: झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार पर बरसे विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा, 11 अप्रैल को सचिवालय का घेराव करेगी बीजेपी
Exit mobile version